चाँड़ का अर्थ
[ chaaned ]
चाँड़ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
- उर ते कढ़ि आवै , गरे ते फिरै, मन की मन ही में सिरैबो करै कवि बोधा न चाँड़ सरी कबहूँ, नितही हरवा सो हिरैबो करै।
- डाट ( सं . ) [ सं-स्त्री . ] 1 . किसी चीज़ की छेद या मुँह बंद करने के लिए उसमें कसकर जमाई , बिठाई या लगाई जाने वाली वस्तु ; ढक्कन ; काग ; कॉर्क 2 . किसी चीज़ को गिरने से बचाने या रोकने के लिए सामने या तिरछे बल में लगाई जाने वाली चाँड़ या रोक 3 .