चांड़ का अर्थ
[ chaaned ]
चांड़ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- खाने को मिले तो इससे दुगुने वजन का चांड़ जाएंगे . '
- गाँव-रांव का क्लेश है , दुर्बल जन में चांड़ | दुर्बल जन में चांड़, गालियों का है ज्ञाता
- गाँव-रांव का क्लेश है , दुर्बल जन में चांड़ | दुर्बल जन में चांड़, गालियों का है ज्ञाता
- उसने मोहन दास के हाथ से हंसिया ले लिया और कहा , “आज त घाम कुछ जादै चांड़ हबै...ज तै हाथ-मुँह धो के थोरी ल सूत ले! ” (आज धूप कुछ ज़्यादा ही तेज है.
- गाँव-रांव का क्लेश है , दुर्बल जन में चांड़ | दुर्बल जन में चांड़, गालियों का है ज्ञाता | जीव-जंतु क्या बाप, खेत निर्जीव अघाता | ऐसे ग्यानी पुरुष, भरे हैं घर में पानी | घर अन्दर महराज, हाल होते कुतियानी ||
- गाँव-रांव का क्लेश है , दुर्बल जन में चांड़ | दुर्बल जन में चांड़, गालियों का है ज्ञाता | जीव-जंतु क्या बाप, खेत निर्जीव अघाता | ऐसे ग्यानी पुरुष, भरे हैं घर में पानी | घर अन्दर महराज, हाल होते कुतियानी ||