चुंगल का अर्थ
[ chunegal ]
चुंगल उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- हाथ के पंजों की वह मुद्रा जो उँगलियों से कोई वस्तु पकड़ने के समय होती है:"चाबी मेरे चंगुल से गिरकर कहीँ खो गई"
पर्याय: चंगुल, बकोटा, बकोट - पशुओं या पक्षियों का मुड़ा हुआ पंजा :"चूहा शेर के चंगुल में फँस गया"
पर्याय: चंगुल, पंजा - चंगुल का लाक्षणिक प्रयोग :"मौत के चंगुल से कोई नहीं बच सकता"
पर्याय: चंगुल, पंजा
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- 07एस-17 पुलिस के चुंगल में फंसा एक जेबकतरा।
- पुलिस ने उन्हें लोगों के चुंगल से छुड़ाया।
- बेचारी जिंदगी तेरे चुंगल से कब छुट पायेगी
- पर पूरा उत्तरांखड चुंगल में फंस गया है।
- माओवादियों के चुंगल से रिहा हुए पॉल मेनन
- दलालों के चुंगल से 7 बाल मजदूर मुक्त
- दलालों के चुंगल से 7 बाल मजदूर मुक्त
- उसने अपनी बेटी को सुरेंद्र की चुंगल से छुड़ाया।
- साहूकार उसे ऋण के चुंगल में फांस लेता है।
- मेरे चुंगल से वो भला कैसे निकल सकती थी।