जनकात्मजा का अर्थ
[ jenkaatemjaa ]
जनकात्मजा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- ” दक्षिणे लक्ष्मणो यस्य वामे च जनकात्मजा
- सा तमालक्ष्य सम्प्राप्तं धर्मज्ञा जनकात्मजा ।
- न जगाम तथोक्तस्तु भ्रातुराज्ञाय शासनम् ॥ तमुवाच ततस्तत्र क्षुभिता जनकात्मजा ।
- राजा जनक की पुत्री होने के कारण इन्हे जानकी , जनकात्मजा अथवा जनकसुता भी कहते थे।
- राजा जनक की पुत्री होने के कारण इन्हे जानकी , जनकात्मजा अथवा जनकसुता भी कहते थे।
- राजा जनक की पुत्री होने के कारण इन्हे जानकी , जनकात्मजा अथवा जनकसुता भी कहते थे।
- राजा जनक की पुत्री होने के कारण इन्हे जानकी , जनकात्मजा अथवा जनकसुता भी कहते थे।
- राजा जनक की पुत्री होने के कारण इन्हे जानकी , जनकात्मजा अथवा जनकसुता भी कहते थे।
- राजा जनक की पुत्री होने के कारण इन्हे जानकी , जनकात्मजा अथवा जनकसुता भी कहते थे।
- वास्तविकता तो यह है कि प्रारम्भिक रामकथाओं में इस विषय से सम्बन्धित तथ्यों का अभाव था , अतः बाद के साहित्य में अनेक प्रकार की एक-दूसरी से सर्वथा भिन्न कथाएँ ( जनकात्मजा , भूमिजा , दशरथात्मजा , रावणात्मजा ) प्रचलित हो गईं ; पर लेखक ने इस विवाद की कोई चर्चा करने के बजाय एक लोककथा की चर्चा की है जिसमें बताया गया है कि रावण ( यहाँ उसका नाम रावुला है ) और मंदोदरी संतानहीन हैं , अतः दुखी हैं।