सीय का अर्थ
[ siy ]
सीय उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- / सीता को जगत जननी जगदम्बा का रूप माना जाता है"
पर्याय: सीता, सिया, जानकी, मैथिली, वैदेही, जनक दुलारी, उर्वीजा, महिजा, सिय, अयोनिजा, अवनिजा, उर्विजा, क्षितिजा, धरणिजा, विदेही, अवनिसुता, कुजा, भौमी, धरणीसुता, योजनगंधा, योजनगन्धा, लाक्षकी, भूमिजा, भूमिपुत्री, भू-सुता, महिसुता, भूसुता, जनकात्मजा, जनक-तनया
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- तीन दिव सीय राष्ट्रीय खेल संगम का समापन
- * जानि सुअवसरु सीय तब पठई जनक बोलाइ।
- जानि असोक अँगार सीय हरषि उठि कर गह्यो।
- सीय लखन रिपुदवन राम-रुख लखि सबकी निबही ।।
- * गुरजन लाज समाजु बड़ देखि सीय सकुचानि।
- तुलसी दास जी कहते हैं-सोहति सीय राम कै जोरी।
- मन मंदिर तिन्ह कें बसहु सीय सहित दोउ भ्रात॥130॥
- पुनि पुनि सीय गोद करि लेहीं ।
- सीय गौर कपोल पुलकित लखत बारंबार ही।
- तदपि सकोच समेत कबि कहहिं सीय समतूल॥247॥