त्रपुष का अर्थ
[ terpus ]
त्रपुष उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- ककड़ी की जाति का एक फल:"वह खीरा खा रहा है"
पर्याय: खीरा, त्रपुकर्कटी, सुगर्भक - सीसे के रंग का एक धात्विक तत्त्व जो बहुत मुलायम होता है और जिसकी परमाणु संख्या पचास है:"राँगे का उपयोग कलई करने में भी होता है"
पर्याय: राँगा, रांगा, टिन, ह्रीकु, पूतिगंध, पूतिगन्ध, त्रपु, त्रपुल, आपूष, हेमज - ककड़ी की जाति की एक बेल जिसके फल खाए जाते हैं:"किसान खेत के खीरे पर किटाणु नाशक दवाओं का छिड़काव कर रहा है"
पर्याय: खीरा, त्रपुकर्कटी, तुंदिकफला, तुन्दिकफला, सुगर्भक
उदाहरण वाक्य
- * बुद्ध के संबोधि प्राप्त करने के सात सप्ताह बाद त्रपुष और भल्लिक नाम के दो व्यापारी अपने अनुयायियों के साथ उस प्रदेश में आये।
- बुद्ध ने अपने प्रभाव से इन चार शिलापात्रों को एक पात्र में परिणत कर दिया जिसका उपयोग उन्होंने त्रपुष और भल्लिक के द्वारा दिए गए भोजन के लिए किया।
- उपयोग - धामागर्व , इक्ष्वाकु , जीमूत , कृत्वेधन , मदन , कुटज , त्रपुष , हस्तीपर्णी , इनके फलों का प्रयोग वमन तथा आस्थापन अर्थात रुक्षवस्ति में करना चाहिए और नासिका से शिरोवेच अर्थात नास्य लेने में प्रत्यकपुष्पी ( अपामार्ग ) का प्रयोग करना चाहि ए.
- उपयोग - धामागर्व , इक्ष्वाकु , जीमूत , कृत्वेधन , मदन , कुटज , त्रपुष , हस्तीपर्णी , इनके फलों का प्रयोग वमन तथा आस्थापन अर्थात रुक्षवस्ति में करना चाहिए और नासिका से शिरोवेच अर्थात नास्य लेने में प्रत्यकपुष्पी ( अपामार्ग ) का प्रयोग करना चाहि ए.