त्रिष्टुभ का अर्थ
[ terisetubh ]
त्रिष्टुभ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक वैदिक छंद:"त्रिष्टुभ के प्रत्येक चरण में ग्यारह वर्ण होते हैं"
उदाहरण वाक्य
- वेदों में मुख्य रूप से 7 छंद प्रयुक्त हुए हैं जिनके नाम गायत्री , उष्णिह् , अनुष्टुभ , बृहती , पंक्ति , त्रिष्टुभ और जगती हैं।
- वेदों में मुख्य रूप से 7 छंद प्रयुक्त हुए हैं जिनके नाम गायत्री , उष्णिह् , अनुष्टुभ , बृहती , पंक्ति , त्रिष्टुभ और जगती हैं।
- वेदों में यह सभी विज्ञान सम्मत तथ्य विविध छन्दों- गायत्री , उष्णित , अनुष्टुप , वृहति , पंक्ति , त्रिष्टुभ एवं जगति के माध्यम से विर्णत हैं।
- वेदों में यह सभी विज्ञान सम्मत तथ्य विविध छन्दों- गायत्री , उष्णित , अनुष्टुप , वृहति , पंक्ति , त्रिष्टुभ एवं जगति के माध्यम से विर्णत हैं।
- गीता की भाषा उत्कृष्ट शास्त्रीय संस्कृत है जिसका प्रयोग गुप्तकाल से बहुत पूर्व का नहीं हो सकता , हालांकि त्रिष्टुभ छंदों में कहीं - कहीं अनियमितता ( गीत 8 - 10 घ , 8 - 11 ख , 15 - 3 क , इत्यादि ) भी देखने में आती है , जो संपूर्ण महाभारत की एक विशेषता है।