नान्दी का अर्थ
[ naanedi ]
नान्दी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वह मंगलात्मक श्लोक या गीत जिसका पाठ सूत्रधार नाटक के आरंभ में करता है:"यवनिका के उठते ही नांदी शुरू हो गई"
पर्याय: नांदी
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- रिपोर्ट , नान्दी फाउण्डेशन , 2012 ) ।
- रिपोर्ट , नान्दी फाउण्डेशन , 2012 ) ।
- ( नान्दी के पीछे सूत्राधार2 आता है)
- ( नान्दी मंगल पाठ करता है)
- पूजा विधी - संक्षिप्त नान्दी श्राद्ध
- नान्दी मगलपाठ करता है- भरित नेह नवनीर नित बरसत सुरस अथोर।
- - नान्दी श्राद्ध के बाद रजोदर्शन जानी दोष नहीं होता है ।
- क्योंकि नान्दी पढ़नेवाले ने भी वीररस का ही निरूपण किया है , अच्छा
- इसके अतिरिक्त भाव प्रकाश में नान्दी के सुश्लिष्ट होने का भी निर्देश है।
- इसमें विधिपूर्वक शिवोपासना , नान्दी श्राद्ध और ब्रह्मयज्ञादि की विवेचना भी की गई है।