निर्गुण्डी का अर्थ
[ niregaunedi ]
निर्गुण्डी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- छह से बारह फुट ऊँचा एक सदाबहार पौधा जिसमें अरहर के समान पाँच-पाँच पत्तियाँ होती हैं और इसके पूरे शरीर पर छोटे-छोटे रोम पाए जाते हैं:"निर्गुडी की जड़ और पत्तियाँ औषध के रूप में प्रयुक्त होती हैं"
पर्याय: निर्गुडी, निर्गुंडी, निर्गुठी, निर्गुंठी, निर्गुण्ठी, शेफालिका, शेफाली, शेफालि, रंगलासिनी, रङ्गलासिनी, सिंदुवार, सिन्दुवार, निशाहसा, निशिपुष्पिका, निशिपुष्पी, निशिपुष्पा, श्वेतपुष्प, श्वेतराजी, शीतमंजरी, शीतमञ्जरी, शीतसहा, शितनिर्गुंडी, शितनिर्गुण्डी, शुक्लांगा, शुक्लांगी, मसिका, सिंधुक, सिन्धुक, सिंधुराव, सिन्धुराव, सिंधुवार, सिन्धुवार, सिंधुसहा, सिन्धुसहा, नदीकांत, नदीकान्त, रक्तवृंता, रक्तवृन्ता, सिंभालू, वातारि
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- बहुत उपयोगी जानकारी . .पर निर्गुण्डी मिलेगी कहाँ से ?
- निर्गुण्डी हरसिंगार का वृक्ष हरसिंगार के फूल
- निर्गुण्डी : विलुप्ति की कगार पर
- निर्गुण्डी , सम्हालू वातहर द्रव्यों मे यह विशेष स्थान रखती है।
- अर्थात जो रोगों से शरीर की रक्षा करती है वह निर्गुण्डी कहलाती है।
- निर्गुण्डी को घिसकर लिंग पर लगाने से लिंग की कमजोरी दूर हो जाती हैं।
- निर्गुण्डी गुल्म के कवच पर अनेक जाति के रोगाणु आक्रमण कर सकते हैं ।
- होम्योपैथी में निर्गुण्डी के श्वेत पुष्प वाली प्रजाति का टिंक्चर प्रयुक्त करते हैं ।
- शुद्ध वाणी उच्चारण : निर्गुण्डी मूल को सुखा कर , कूट-पीस कर चूर्ण बना लें।
- शुद्ध वाणी उच्चारण : निर्गुण्डी मूल को सुखा कर , कूट-पीस कर चूर्ण बना लें।