पपरी का अर्थ
[ pepri ]
पपरी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- मवाद सूख जाने से घाव के ऊपर जमी हुई परत:"चिकित्सक ने फोड़े की मरहम-पट्टी करने से पहले उसके ऊपर के खुरंड को साफ़ किया"
पर्याय: खुरंड, पपड़ी, पर्पटी, खुरंट, दिउली, दिउला, खतखोट, दाल - सूखकर या सिकुड़ने से जगह-जगह चिटकी हुई किसी वस्तु की पतली परत:"पानी की कमी से खेत में पपड़ी पड़ गई है"
पर्याय: पपड़ी, पर्पटी - एक पौधा :"पपरी की जड़ दवा के काम में आती है"
पर्याय: श्वपामन, काकच्छदि
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- पानी देने पर भी गमले की उपरी मिटटी पपरी बन उखड गयी है .
- फरवरी के महीने में , आप पायेंगे कि फेरीवाले रंगीन अखबार में लपेटी हुई पपरी बेच रहे हैं।
- खरोंच 6 सेमी0 ग 1 सेमी0 गले में आगे की तरफ था जिस पर पपरी पड़ी थी।
- यहाँ झील के पानी में नमक की अलग-अलग किस्में पायी जाती है जिनके नाम डाला , खुप्पल, पपरी, भुसकी आदि है।
- खरोंच 2 सेमी0 ग 2 सेमी0 पीठ पर , चोट नं0-4 से 4 सेमी0 नीचे था जिस पर पपरी पड़ी थी।
- खरोंच पपरी सहित 2 सेमी0 ग 1 सेमी0 पीठ पर पीछे की तरफ , दाहिने पखुरी के पीछे की तरफ था।
- पपरी , उबली हुई मीठी व नमकीन फली है, जो लकड़ी के कोयले की आग पर एक बर्तन में पकायी जाती है।
- उनके शरीर पर निम्न चोटें पायीं गयीं-1 . खरोंच सहित सूजन 3 सेमी0 ग 1 सेमी0 उपरी होठ के दाहिनी तरफ थी जिस पर पपरी पड़ी थी।
- कल रात जब http : //mera-bakvaas.blogspot.com पर भाई पद्मनाभ मिश्र ने मिथिला की संक्रांति की याद ताजी कर दी तो मेरे ददॅ से भी पपरी हट सी गई और घाव एक बार फिर हरा हो गया।
- लगा मुझे , सर्वत्र देह की पपरी टूट रही है, निकल रहीं हैं त्वचा तोड़ कर दीपित नई त्वचाएं; चला आ रहा फूट अतल से कुछ मधु की धारा-सा, हरियाली से मैं प्रसन्न आकंठ भरी जाती हूँ.