पश्त का अर्थ
[ peshet ]
पश्त उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- यही वह नुक्ता है जहाँ मैं पश्त हो जाता हूँ।
- मौलवी बेदार की हिम्मत दिलेरी और साफगोई पश्त होती दिखी।
- वह पश्त हो बचपन में लौटता
- जाहिर है पक्थ गण का एक रूप पहले पश्त या पष्त रहा होगा।
- जाहिर है पक्थ गण का एक रूप पहले पश्त या पष्त रहा होगा।
- ऋग्वेद में कहा गया है- ये आस्ते पश्त चरति यश्च पश्यति नो जनः।
- कभी एक दम से बेहद की गरमी और कभी बे -तहाशा पसीने से सराबोर होना पश्त कर देता है इनका दम ख़म . हौसला . चेहरा सुर्ख लाल हो उठता है .
- वे सफर के दौरान पूरी तरह थक चुके थे , घर से लाये हुये जल की अंतिम बूंद को हलक के नीचे उतार वे तीनों पश्त हो जमीन पर लेट पैर पसार कर सो गये।
- ( सताइस का होने के दिन कवि बिखरी किताबें , अधूरी कविताएँ , आसमान की नौकरियों की पुख्ता तैयारियाँ , फटे पर्स की सिहरन और समुद्र देखने की चाहत से पश्त हो जाता है . )
- मेरे गॉँव के अखाड़े वाले सीकिया पहलवान और यहाँ के मामले में मूल अंतर ये है कि वहाँ पहलवान को पीछे से भारी समर्थन मिलता था जबकि यहाँ समर्थन देने वाले भी हौसला पश्त करने में लगे हैं।