पसंघा का अर्थ
[ pesneghaa ]
पसंघा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- तराज़ू की डंडी या तौल बराबर करने के लिए उठे हुए पलड़े पर रखा हुआ कोई बोझ:"दुकानदार ने सामान तौलते समय पासंग हटा दिया था"
पर्याय: पासंग, पसंगा, पासंघ - लक्ष्यार्थ से किसी की योग्यता की तुलना में बहुत कम होने की अवस्था या भाव:"आजतक मैंने जितने मंदिर देखे वे सभी मंदिर इस मंदिर के पासंग भी नहीं हैं"
पर्याय: पासंग, पसंगा, पासंघ
उदाहरण वाक्य
- ‘ आत्मालोचन ' वाला पसंघा तभी पैर में फंसा रखा है।
- पसंघा : डा. अमर कुमार की टीप के चलते अपडेट के रूप मा कुछ जानकारी जोड़ित अहन।
- क्यूंकि न्याय की देवी की अब आँखें खुली हुई हैं और तराजू में पसंघा भी पैदा हो गया है।
- क़समें झूट के तराजू में पासांग ( पसंघा ) का कम करती हैं वर्ना ना का मतलब ना और हाँ का मतलब हाँ ही इंसान की कसमें होनी चाहि ए.