फ़िराक़ का अर्थ
[ feiraak ]
फ़िराक़ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- दुविधा, अशांति, कठिनाई तथा घबराहट से उत्पन्न मनोदशा:"मुझे दिन-रात यही चिंता लगी रहती है कि मैं इस काम को जल्द से जल्द कैसे खतम करूँ"
पर्याय: चिंता, चिन्ता, फ़िक्र, फिक्र, फिकर, परवाह, सोच, धुन, फिराक, आध्या, धौजन, अवसेर, अंदेशा, अन्देशा - छिपे या खोए हुए को खोजने या ढूँढ़ने की क्रिया या भाव:"पुलिस हत्यारे की खोज कर रही है"
पर्याय: खोज, तलाश, टोह, पता, हेर, फिराक, जुस्तजू, पर्योष्टि, खोज-बीन, खोजबीन, खोज बीन - किसी से बिछुड़ने या दूर होने की अवस्था या भाव:"राधा को कृष्ण का वियोग सहना पड़ा"
पर्याय: वियोग, विछोह, अपगम, फुरकत, फ़ुरक़त, आसंगत्य, आसञ्गत्य, फिराक - अलग होने की क्रिया, अवस्था या भाव:"विवाह के पश्चात ही उसे अलगाव का दुःख झेलना पड़ा"
पर्याय: अलगाव, पृथकता, जुदाई, पार्थक्य, फर्क, फरक, फ़र्क़, फ़रक़, अप्रसंग, व्यवच्छेद, अलगावा, विलगाव, विच्छेद, अवच्छेद, पृथककरण, अवलेखन, असंपर्क, असम्पर्क, असंसर्ग, फिराक
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- और जिनकी वजह से रघुपति सहाय , फ़िराक़ बने...
- और जिनकी वजह से रघुपति सहाय , फ़िराक़ बने...
- हमारे सीने में शोले भड़क रहे हैं फ़िराक़
- वो दर्द उठा फ़िराक़ कि मैं मुस्कुरा दिया .
- साहिर , कैफी, फ़िराक़ आदि उनके समकालीन शायर थे।
- तेरा क़ुर्ब था कि फ़िराक़ था / फ़राज़
- फ़िराक़ गोरखपुरी की कुछ प्रमुख रचनाएँ निम्नलिखित हैं-
- सारी दुनिया को गांव बनाने की फ़िराक़ में
- सुकूत-ए-शाम मिटाओ बहुत अंधेरा है - फ़िराक़ गोरखपुरी
- फ़िराक़ की आदत थी लंबी ग़ज़लें लिखने की।