फ़ुरक़त का अर्थ
[ feureket ]
फ़ुरक़त उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- मेरी फ़ुरक़त में लहू रोएगी चश्मे मय फ़रामोश
- दिल को फ़ुरक़त नहीं वह तेग़े- नज़र देती है
- मेरी फ़ुरक़त में लहू रोएगी चश्मे मय
- फ़ुरक़त ने तेरी मुझको संदल बना दिया
- जिसकी फ़ुरक़त ने पलट दी इश्क़ की काया फ़िराक़
- मेरी फ़ुरक़त में लहू रोएगी चश्म-ए-मैफ़रोश
- किसे फ़ुरसत किसे फ़ुरसत कि फ़ुरक़त में सितारों को गिना जाये;
- किस क़दर तारीक है अपना जहाँ उन के बिना दर्द फ़ुरक़त का लिए हम दिल ही दिल में रो गए
- [ यह नज़्म का सारांश है, पूरा पढ़ने के लिए फ़ीड प्रविष्टी शीर्षक पर चटका लगायें...] आँख जिस्म चाँद आस्माँ महकी धुँधले उफ़ फ़ुरक़त मुद्दत तमन्ना क़ुरबत बादल वह लड़की कौन थी?
- चेहरा उसका ज़ंग से , जो साफ है नही॥ (*) हिकायत : कहानी (१) फ़ुरक़त : विरह (२) ज़र्द : पीला (३) मजलिस : सभा (४) आग़ाज़ : शुरुआत (५) चाक : विदीर्ण, फटा हुआ (६) खिरद : अक़ल, बुद्धि (७) अर्श : आसमान (८)