बे-इज्जती का अर्थ
[ be-ijejti ]
बे-इज्जती उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- / ससुराल में उसकी बड़ी भद्द हुई"
पर्याय: अपमान, अनादर, बेइज्जती, निरादर, तिरस्कार, असत्कार, असम्मान, तौहीन, तोहीनी, जिल्लत, ज़िल्लत, फ़ज़ीअत, फ़ज़ीहत, फजीअत, फजीहत, अवमान, अवमानना, अवमानन, मानध्वंस, मानभंग, पराभव, बेक़दरी, बेकदरी, भद्द, हिक़ारत, हक़ारत, हिकारत, हकारत, हेठी, अधिक्षेप, अपकर्ष, अपचार, अपध्वंस, बेक़द्री, बेकद्री, अपहेला, अपूजा, अप्रतिष्ठा, अभिभव, अमर्यादा, अमानना, अमानत, व्यतीपात, अलीक, अल्पीकरण, अवगणन, अवग्रहण, अवज्ञा, तिरस्क्रिया, अवधीरणा, अवमति, अवलीला, अवहेल, अवहेलन, अवहेलना, अवहेला, अवाङ्ज्ञान, गंजन, गञ्जन, विमानना, परिभाव, परीभाव, उपक्रोश
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- पता नहीं , भारतीय बुद्धीजीवि किसी आम आदमी को जवाब देने में अपनी बे-इज्जती क्यों समझते हैं ?
- वर्ना पब्लिक में बे-इज्जती होने से कोई नहीं बचा सकता . ... नन्ही परी कहते हैं बच्चे इश्वर का दूसरा रूप होते हैं.
- अपनी इसी बे-इज्जती को बर्दाश्त न कर पाने के कारण ही ब्रिटिश सरकार ने अपने गुप्तचरों को सुभाष की हत्या करने का हुक्म दिया था !
- अमर सिंह को दलाल कह कर आप बेचारे दलालों की बे-इज्जती कर रहे होते हैं आज के ज़माने में तो अमरसिंह ही सबसे बड़ी गाली है
- अपनी इसी बे-इज्जती को बर्दाश्त न कर पाने के कारण ही ब्रिटिश सरकार ने अपने गुप्तचरों को सुभाष की हत्या करने का हुक्म दिया था !
- कुछ समय पहले पाथेर पांचाली पर भी उसमें भी गरीबी चरम सीमा पर थी . ... अरे अंग्रेजों को कोई समझाए ,, ये सोने की चिड़िया कहलाने वाला देश है भाई इसकी इतनी बे-इज्जती तो ना करो ...
- आजकल सभी का अनुभव यह है कि हर-एक जो जिस मत का अनुयायी है , अपने मत को सबसे अच्छा मानता है और अन्य प्रकार के विचारवालों की बातें सुनना या उनपर विचार करना भी अपनी बे-इज्जती समझता है;
- आजकल सभी का अनुभव यह है कि हर-एक जो जिस मत का अनुयायी है , अपने मत को सबसे अच्छा मानता है और अन्य प्रकार के विचारवालों की बातें सुनना या उनपर विचार करना भी अपनी बे-इज्जती समझता है ;
- अब दोनो इसी विचार विमर्श मे लगे हैं कि इस समस्या से कैसे निजात पाई जाए ! माता पार्वती बोली - हे भोले नाथ ये आपकी बे-इज्जती होगी, अगर शनिदेव ने हमारी कुटिया जला दी ! ठीक है महल की वजह से हमारी जग हंसाई हुई है !
- अब दोनो इसी विचार विमर्श मे लगे हैं कि इस समस्या से कैसे निजात पाई जाए ! माता पार्वती बोली - हे भोले नाथ ये आपकी बे-इज्जती होगी , अगर शनिदेव ने हमारी कुटिया जला दी ! ठीक है महल की वजह से हमारी जग हंसाई हुई है !