मन्दारक का अर्थ
[ mendaarek ]
मन्दारक उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- धार्मिक ग्रंथों में वर्णित एक वृक्ष जो देवलोक में पाया जाता है:"मंदार वृक्ष इंद्र के नंदन कानन में स्थित है"
पर्याय: मंदार वृक्ष, मंदार, मंदारक, मन्दार वृक्ष, मन्दार
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- यह श्वेत मन्दारक वा राजार्क है ।
- राजनिघण्टु ने अर्क , श्वेतार्क , राजार्क और श्वेत मन्दारक चार भेद लिखे हैं ।
- श्वेत मन्दारक अत्यन्त गर्म , तिक्त ( तीखा ) , मल का शोधन करने वाला विरेचन है ।
- किन्तु धन्वन्तरीय वा राजनिघण्टु में मन्दारक और राजार्क क्या है , यह विचारणीय वा खोज का विषय है ।
- अतः यह मानन पड़ेगा कि मन्दारक , मन्दार , अलर्क और राजार्क सब एक आक के पर्यायवाची नाम हैं ।
- एक श्वेत मन्दारक नाम का बड़े पुष्पों वाला , ऊंचा बढ़ने वाला , मिश्री के समान श्वेत आक होता है ।
- अतः इससे यही सिद्ध होता है कि जिस जाति के श्वेतार्क वसन्त से भिन्न ऋतु वा अन्य ऋतु में भी फूल देते हैं वे ही राजार्क हो सकते हैं और जिस श्वेतार्क के पुष्प बड़े होते हैं वे ही श्वेत मन्दारक होते हैं ।