मरुत्त का अर्थ
[ merutet ]
मरुत्त उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक चंद्रवंशीय राजा:"मरुत्त राजा अवीक्षित के पुत्र थे"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- ( 8) मरुत्त अविच्छित्त, संवर्त आंगिरस द्वारा अभिषिक्त,
- ( 8) मरुत्त अविच्छित्त, संवर्त आंगिरस द्वारा अभिष
- प्रतिशोधात्मक रूप में वे इन्द्र द्वारा मरुत्त का यज्ञ तक नष्टकराने का प्रयास करते हैं .
- मरुत्त द्वारा अनुनय-विनय करने पर वे यज्ञ भी कराते हैं . यज्ञ-स्थल पर इनकी विद्वता का प्रमाण प्राप्त होता है.
- अन्यत्र ग्रन्थों में इन्हें राजनीति का जनक माना गया है . इन्हें मरुत्त के पूर्वजों का पुरोहित भी बताया गया है.
- सुबोध हिन्दी में इंद्र , अग्नि, मरुत्त सविता (सूर्य) को किए जाने वाले आह्वान, याचनाएँ और कामनाएँ अनूदित कर प्रस्तुत की गई हैं।
- ( ऊ) स्तम्भिनी विद्या-- आश्मेधिक पर्व अध्याय-१० में वर्णन है कि "इन्द्र द्वारा मरुत्त पर जबवज्र का प्रहार करने की चेष्टा की गई तब मरुत्त के पुरोहित संवर्त्त नेस्तम्भिनी विद्या के प्रभाव से इन्द्र को जड़वत् बना दिया.
- ( ऊ) स्तम्भिनी विद्या-- आश्मेधिक पर्व अध्याय-१० में वर्णन है कि "इन्द्र द्वारा मरुत्त पर जबवज्र का प्रहार करने की चेष्टा की गई तब मरुत्त के पुरोहित संवर्त्त नेस्तम्भिनी विद्या के प्रभाव से इन्द्र को जड़वत् बना दिया.
- पहले तो वे इन्द्र का वैभव देख अपने परम्परागत पौरोहित कर्म ( मरुत्त केपूर्वजों का यज्ञ सम्पादन आदि) को त्याग इन्द्र को अपना यजमान बताते हैंतत्पश्चात् जब उन्हें यह ज्ञात होता है कि मेरा अनुज सम्वर्त मरुत्त केयज्ञ को सम्पन्न कराने हेतु प्रस्तुत है तो वे ईर्ष्याग्नि से जल उठतेहैं.
- पहले तो वे इन्द्र का वैभव देख अपने परम्परागत पौरोहित कर्म ( मरुत्त केपूर्वजों का यज्ञ सम्पादन आदि) को त्याग इन्द्र को अपना यजमान बताते हैंतत्पश्चात् जब उन्हें यह ज्ञात होता है कि मेरा अनुज सम्वर्त मरुत्त केयज्ञ को सम्पन्न कराने हेतु प्रस्तुत है तो वे ईर्ष्याग्नि से जल उठतेहैं.