मालकोस का अर्थ
[ maalekos ]
मालकोस उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक राग जिसे शरद् ऋतु में रात के पिछले पहर में गाया जाता है :"कुछ लोगों के मतानुसार मालकोश शिशिर तथा वसंत ऋतु में भी गाया जाता है"
पर्याय: मालकोश, मालकोष, मालकौस, मालकोश राग
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- मंजरी ने मालकोस राग और वैरभी राग भी सुनाया।
- वस्तुतः राग धानी , राग मालकोस से निकला हुआ राग है।
- वस्तुतः राग धानी , राग मालकोस से निकला हुआ राग है।
- वस्तुतः राग धानी , राग मालकोस से निकला हुआ राग है।
- शास्त्रीय संगीत के जानकार राग धानी को राग मालकोस का रूमानी , मिठास भरा रूप मानते हैं।
- शास्त्रीय संगीत के जानकार राग धानी को राग मालकोस का रूमानी , मिठास भरा रूप मानते हैं।
- शास्त्रीय संगीत के जानकार राग धानी को राग मालकोस का रूमानी , मिठास भरा रूप मानते हैं।
- कि राग मालकोस को गानें के लिए साय का पहला पहर या यमन , राग श्री , या भैरवी … .
- इन संगीत ग्रंथों में हेमंत , शिशिर, बसंत, ग्रीष्म, वर्षा तथा शरद ऋतु की प्रकृति को आधार बनाकर छह प्रमुख रागों जैसे श्री, मालकोस, हिण्डोल, दीपक, मेघ तथा भैरव रागों की रचना की गई है।
- इन संगीत ग्रंथों में हेमंत , शिशिर , बसंत , ग्रीष्म , वर्षा तथा शरद ऋतु की प्रकृति को आधार बनाकर छह प्रमुख रागों जैसे श्री , मालकोस , हिण्डोल , दीपक , मेघ तथा भैरव रागों की रचना की गई है।