मैत्र का अर्थ
[ maiter ]
परिभाषा
संज्ञा- / ब्राह्मणों की उत्पत्ति अग्नि से मानी गई है"
पर्याय: ब्राह्मण, विप्र, बाम्हन, ब्रह्मण, द्विज, द्विजाति, पंडित, महिदेव, अनलमुख, भूदेव, भूदेवता, भू-देव, भू-देवता, वेदगर्भ, त्रयीमुख, शिखी, द्विजपति, द्विजेंद्र, द्विजेन्द्र, द्विजेश, लहेर, वेदाधिदेव, योगचक्षु, नृदेव, नृदेवता, सावित्र, माहनीय, माहन, आग्नेय, भू-सुर, भूसुर, भूमिदेव, इरेश, वर्णज्येष्ठ - शरीर का वह भाग जिससे होकर शरीर के भीतर का मल निकलता है:"गुदा की बराबर सफाई करके कई रोगों से बचा जा सकता है"
पर्याय: गुदा, गाँड़, गाँड, पोंद, अपस्कर, अपान द्वार, गुह्य द्वार, मलद्वार, मल द्वार, तनुह्रद, अधोमार्ग, गांड़, गांड, पायु, तनुहद, गूझा - वह काल जब चंद्रमा अनुराधा नक्षत्र में होता है:"अनुराधा नक्षत्र को बहुत शुभ माना जाता है"
पर्याय: अनुराधा, अनुराधा नक्षत्र, मैत्रभ - सत्ताईस नक्षत्रों में से सत्रहवाँ:"अब चंद्रमा अनुराधा नक्षत्र में प्रवेश करेगा"
पर्याय: अनुराधा, अनुराधा नक्षत्र, मैत्रभ