द्विजेश का अर्थ
[ devijesh ]
द्विजेश उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- / ब्राह्मणों की उत्पत्ति अग्नि से मानी गई है"
पर्याय: ब्राह्मण, विप्र, बाम्हन, ब्रह्मण, द्विज, द्विजाति, पंडित, महिदेव, अनलमुख, भूदेव, भूदेवता, भू-देव, भू-देवता, वेदगर्भ, त्रयीमुख, शिखी, द्विजपति, द्विजेंद्र, द्विजेन्द्र, मैत्र, लहेर, वेदाधिदेव, योगचक्षु, नृदेव, नृदेवता, सावित्र, माहनीय, माहन, आग्नेय, भू-सुर, भूसुर, भूमिदेव, इरेश, वर्णज्येष्ठ - पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाने वाला एक उपग्रह:"चंद्रमा सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होता है"
पर्याय: चंद्रमा, चाँद, चंद्र, चंदा, चांद, शशि, सुधाकर, राकेश, रजनीश, शशांक, शशाङ्क, इंदु, इन्दु, इंदव, इन्दव, मयंक, सोम, रजनीनाथ, निशापति, निशिपति, मृगांक, शीतभानु, कलानिधि, कलानाथ, कलाधर, चन्द्रमा, चन्द्र, तुषारकर, हिमकर, हिमवान्, हिमांशु, सुधांशु, अब्ज, अब्धिज, भग्नात्मा, निशारत्न, निशिकर, शीतकर, अमीकर, अमीनिधि, निशिपाल, निशाधीश, निशानाथ, निशामणि, निशिनाथ, निशिनायक, निशेश, रसपति, विश्वप्स, मृगमित्र, वरालि, श्रीसहोदर, श्वेतद्युति, श्वेतभानु, श्वेतधामा, श्वेतमयूख, श्वेतवाहन, श्वेतांशु, श्वेतार्चि, तुहिनकर, तुहिनकिरण, तुहिनदीधित, तुहिनद्युति, तुहिनरश्मि, तुहिनांशु, तुहिनाश्रु, शंभुभूषण, शम्भुभूषण, पीयूषमहस, पीयूषरुचि, पीयूषवर्ष, शिवशेखर, शिशिरमयूख, शिशिरकर, शीतांशु, शिशिरगु, शीतरश्मि, शीतदीधिति, सितदीधिति, शीतद्युति, शुचि, द्विजपति, द्विजेंद्र, द्विजेन्द्र, नभश्चमस, नभश्चर, अमृतकर, अमृतद्युति, अमृतबंधु, अमृतबन्धु, अमृतरश्मि, अमृत-रश्मि, अमृतवपु, अमृतांशु, जैवातृक, पतम, पतय, यामिनीपति, छायांक, यामीर, सिंधुजन्मा, सिन्धुजन्मा, सिंधुनंदन, सिन्धुनन्दन, विधु, पर्वधि, सिंधुपु, तुषारकिरण, द्विज, द्विजाति, हृषु, तमोहपह, विहंग, विहग - सफेद रंग का एक सुगन्धित पदार्थ जो दारचीनी की जाति के पेड़ों से निकलता है:"उसने आरती करने के लिए कपूर जलाया"
पर्याय: कपूर, कर्पूर, रेणुसार, मिहिका, इंदु, इन्दु, हिमांशु, अब्ज, शशांक, निशारत्न, काफूर, क़ाफूर, शीतकर, सुधांशु, अमल, अमलदीप्ति, निशाधीश, निशानाथ, निशिनाथ, श्वेतधामा, निशामणि, तुहिनाश्रु, सोमसंज्ञ, वेरक, पीयूषमहस, पीयूषरुचि, पीयूषवर्ष, चंद्रप्रभा, चन्द्रप्रभा, शीतांशु, शीतरश्मि, शीतप्रभ, द्विजपति, द्विजेंद्र, द्विजेन्द्र, चंद्रभस्म, चन्द्रभस्म, जैवातृक, नक्षत्रेश, शशाङ्क, जलमसि, शशधर, घनरस, घनसार, शशभृत, तुषारगौर, शीताभ, शीतमयूख, शीतमरीचि, प्रालेयांशु, निशापति, विधु, ताराभ्र - पुराणों में वर्णित भगवान विष्णु का वाहन एक पक्षी:"गरुड़ भगवान विष्णु के परम भक्त भी हैं"
पर्याय: गरुड़, गरुण, अरुणाग्रज, अमृताहरण, पत्ररथेंद्र, पत्ररथेन्द्र, शाल्मली, अरुण, अरुन, द्विजपति, द्विजेंद्र, द्विजेन्द्र, पतंगेंद्र, पतगेंद्र, पतगेन्द्र, वज्रजित्, पत्रतिराज, सर्पारि, नीलच्छद, हेमांग, तार्क्ष, तार्क्ष्य
उदाहरण वाक्य
- क्या द्विजदेव , लछिराम भट्ट , जगन्नाथ दास रत्नाकर , द्विजेश जी और इस तरह कहें कि स्वयं तुलसी ब्रज भाषी थे ? या फिर ये सब किसी हिटलरी वृत्ति के समर्थक अथवा शिकार थे ? दीपांकर जी को ड्राइंग रूम में बैठ कर लिखे गए हिन्दी जैसे किसी मानकीकृत व्याकरण से इत्तेफाक नहीं(वैसे ऐसा कोई व्याकरण हो तो मैं भी जानना चाहूँगा, कुछ किताबों के नाम के सिवा ) हाँ अगर वो पाणिनि की तरह लिखा गया हो तो बात और है..
- क्या द्विजदेव , लछिराम भट्ट , जगन्नाथ दास रत्नाकर , द्विजेश जी और इस तरह कहें कि स्वयं तुलसी ब्रज भाषी थे ? या फिर ये सब किसी हिटलरी वृत्ति के समर्थक अथवा शिकार थे ? दीपांकर जी को ड्राइंग रूम में बैठ कर लिखे गए हिन्दी जैसे किसी मानकीकृत व्याकरण से इत्तेफाक नहीं(वैसे ऐसा कोई व्याकरण हो तो मैं भी जानना चाहूँगा, कुछ किताबों के नाम के सिवा ) हाँ अगर वो पाणिनि की तरह लिखा गया हो तो बात और है..
- क्या द्विजदेव , लछिराम भट्ट , जगन्नाथ दास रत्नाकर , द्विजेश जी और इस तरह कहें कि स्वयं तुलसी ब्रज भाषी थे ? या फिर ये सब किसी हिटलरी वृत्ति के समर्थक अथवा शिकार थे ? दीपांकर जी को ड्राइंग रूम में बैठ कर लिखे गए हिन्दी जैसे किसी मानकीकृत व्याकरण से इत्तेफाक नहीं ( वैसे ऐसा कोई व्याकरण हो तो मैं भी जानना चाहूँगा , कुछ किताबों के नाम के सिवा ) हाँ अगर वो पाणिनि की तरह लिखा गया हो तो बात और है ..
- क्या द्विजदेव , लछिराम भट्ट , जगन्नाथ दास रत्नाकर , द्विजेश जी और इस तरह कहें कि स्वयं तुलसी ब्रज भाषी थे ? या फिर ये सब किसी हिटलरी वृत्ति के समर्थक अथवा शिकार थे ? दीपांकर जी को ड्राइंग रूम में बैठ कर लिखे गए हिन्दी जैसे किसी मानकीकृत व्याकरण से इत्तेफाक नहीं ( वैसे ऐसा कोई व्याकरण हो तो मैं भी जानना चाहूँगा , कुछ किताबों के नाम के सिवा ) हाँ अगर वो पाणिनि की तरह लिखा गया हो तो बात और है ..