रसवत का अर्थ
[ resvet ]
रसवत उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक प्रकार का वृक्ष:"दारुहल्दी की डंठल और जड़ें औषधि के रूप में प्रयुक्त होती हैं"
पर्याय: दारुहल्दी, दारुहलदी, दारुहरिद्रा, दारु हल्दी, दारु हलदी, कालीयक, कामवती, पीतिका, दार्विका, बनहरदी, दारुनिशा, दार्वी, स्वर्णवर्णा, दारुपीता, द्वितीयाभा, द्विहरिदा, कालेश - दारुहल्दी की जड़ और लकड़ी के रस को गाढ़ा करके बननेवाली एक औषध:"रसराज का सेवन कई शारीरिक रोगों में किया जाता है"
पर्याय: रसराज, रसौत, रसाग्रज, रसोद्भूत, रसोद्भव, रसोत, रसांजन, रसाञ्जन, रसाग्य, तार्क्ष्यज, तार्क्षज, तार्क्ष्य, तार्क्ष्यशैल, सर्व
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- दंडी ने रस को रसवत अलंकार और भाव को ऊर्जस्वित अलंकार कहा .
- भले ही उन्होंने इसे रसवत अलंकार के रूप में देखा या माधुर्य गुण के रूप में .
- दूसरे दिन रसवत निकालकर मूली के रस में खरल ( कूट) कर झड़बेरी के बराबर गोलियां बना लें।
- दूसरे दिन रसवत निकालकर मूली के रस में खरल ( कूट ) कर झड़बेरी के बराबर गोलियां बना लें।
- बहुत पुराने घावो पर भर लाती है , नेत्रों के बहुत रोगो में लाभकारी है, अगर सिरका के साथ रसवत और अफीम भी हल करें………………
- 40 - 40 ग्राम रसवत और कलमी शोरा लेकर 1 बोतल मूली के रस में पीसकर सूखी करके बेर के बराबर आकार की गोलियां बनाकर सुखा लें।
- बहुत पुराने घावो पर भर लाती है , नेत्रों के बहुत रोगो में लाभकारी है , अगर सिरका के साथ रसवत और अफीम भी हल करें ………………
- रसवत और कलमीशोरा 40 - 40 ग्राम लेकर 1 बोतल मूली के रस में कूटकर सूखा लें और इससे बेर के बराबर की गोलियां बनाकर सुखा लें।
- हर्र और रसवत पानी में घिसकर मिलाकर लगाने से लडकों का चुन्ना रोग अच्छा हो जाता है | अंगुलियों का सडना भी हर्र के लगाने से दूर हो जाता है | हर्रे में अनेकानेक गुण हैं
- एक अच्छी मोटी मूली लेकर ऊपर की ओर से काटकर चाकू या छुरी से उसे खोखली करके उसमें 20 ग्राम ` रसवत ' भरकर मूली के कटे हुए भाग का मुंह बंदकर कपड़े और मिट्टी से अच्छी तरह बंद कर दें।