रुज का अर्थ
[ ruj ]
रुज उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- शरीर या मन को दी जानेवाली या होनेवाली पीड़ा:"भारत को आज़ाद कराने के लिए देशभक्तों को बहुत कष्ट सहने पड़े"
पर्याय: कष्ट, यंत्रणा, यातना, दुख, मशक्कत, अमीव, अमीवा, आश्रव - हड्डी टूट जाने की क्रिया:"सीमा का पैर फ्रैक्चर हो गया है"
पर्याय: फ्रैक्चर, अस्थिभंग, अस्थि-भंग, फ्रेक्चर, हड्डी टूटना - किसी वस्तु से टकराने, गिरने, फिसलने आदि से देह पर होने वाला चिह्न या घाव:"माँ घाव पर मलहम लगा रही है"
पर्याय: घाव, जख्म, ज़ख़्म, चोट, जखम, ज़ख़म, इंजरी
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- प्रेम सरीर प्रपंच रुज उपजी अधिक उपाधि ।
- करहिं पाप पावहिं दुख भय रुज सोक बियोग।।
- रुज से रक्षा करके भव द्दाता॥ जय-जय . .
- मुझमें रुज उत्पन्न कर , असाध्य औ अनिवार्य ।
- प्रेम हीन से कठिन रुज , कहने को तैयार ।
- अमिय मूरिमय चूरन चारू शमन सकल भव रुज परिवारू
- उन्होंने खमेर रुज का समर्थन किया।
- उन्होंने खमेर रुज का समर्थन किया।
- भगवान ने कहा- मांगे कुपथ रुज
- खेमर रुज के कातिल नेता वर्षो तक जँगलों में छिपे रहे .