लोकनिन्दा का अर्थ
[ lokeninedaa ]
लोकनिन्दा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- यह अपमान और लोकनिन्दा किस लिए।
- यह अपमान और लोकनिन्दा किस लिए।
- ही लोकनिन्दा और बदनामी से न डरुंगा तो परजा इसकी कब परवाह करेगी और
- ग्राम्य-प्रांतर मेंअभाव और लोकनिन्दा ने उसे निर्वासित कर दिया , तो राजप्रसाद में अपने असुरक्षा-बोध ने उसे अधूरा बना दिया.
- भय है लोकनिन्दा का , समाज का कि देश गुलाम है, और यह युवा कवि माया मोहक वन की कहानी कह रहा है।
- एक तरफ आचार्य लोकनिन्दा की बात कहते हैं , अगली ही पंक्ति में लोक में अपूर्व सम्मान , यह उलटबांसी कुछ जमीं नहीं।
- यदि मैं ही लोकनिन्दा और बदनामी से न डरुंगा तो परजा इसकी कब परवाह करेगी और इस परकार जनसाधारण को सीधे और सच्चे मार्ग से हट जाना सरल हो जायगा।
- अपने जीवन में अतृप्त , निराशा और जड़ता रेखा के मन में कहीं भी कोई कुंठा , आशंका , भविष्य की चिंता , धर्म या नीति का डर अथवा लोकनिन्दा का भय नहीं पैदा करती।
- इस लोकनिन्दा से आहत होकर और इसके निवारण के लिए श्रीकृष्ण कई दिनों तक वन वन भटक कर प्रसेनजीत को खोजते रहे और वहां उन्हें शेर द्वारा प्रसेनजीत को मार डालने और रीछ द्वारा मणि ले जाने के चिह्न मिल गए।
- इस लोकनिन्दा से आहत होकर और इसके निवारण के लिए श्रीकृष्ण कई दिनों तक वन वन भटक कर प्रसेनजीत को खोजते रहे और वहां उन्हें शेर द्वारा प्रसेनजीत को मार डालने और रीछ द्वारा मणि ले जाने के चिह्न मिल गए।