व्यान का अर्थ
[ veyaan ]
व्यान उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- शरीर में स्थित पंचवायु में से एक जिसे सर्वशरीर व्यापी बताया गया है:"व्यान वायु द्वारा मुख्य रूप से शरीर में रस के संवहन का कार्य किया जाता है तथा यह स्वेद और रुधिर का स्राव भी करता है"
पर्याय: व्यान वायु, व्यानवायु
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- 1 . प्राण, उदान, अपान, व्यान, समान; 2. त्वचा,
- है अपान गार्हपत्य अग्नि , व्यान दक्षिण अग्नि है,
- है अपान गार्हपत्य अग्नि , व्यान दक्षिण अग्नि है,
- अन्तरिक्ष ही समान वायु व्यान बाह्य स्वरुप है ,
- 5 . व्यान : यह जीवनी प्राण-शक्ति पूरे शरीर
- 5 . व्यान : यह जीवनी प्राण-शक्ति पूरे शरीर
- उटपटांग व्यान देकर क्यों अपनी छिछलेदारी करते हो।
- ↑ पाँच प्राणवायु-प्राण , अपान, उदान, व्यान और समान
- धूसर तथा व्यान अग्निशिखा के सदृश प्रकाशमय।
- व्यान की तृप्ति से कर्मेन्द्रियां तृप्त हो जाती है।