व्यानवायु का अर्थ
[ veyaanevaayu ]
व्यानवायु उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- शरीर में स्थित पंचवायु में से एक जिसे सर्वशरीर व्यापी बताया गया है:"व्यान वायु द्वारा मुख्य रूप से शरीर में रस के संवहन का कार्य किया जाता है तथा यह स्वेद और रुधिर का स्राव भी करता है"
पर्याय: व्यान वायु, व्यान
उदाहरण वाक्य
- आयुर्वेदानुसार वात के पांच प्रकार है - उदानवायु , प्राणवायु , समानवायु , अपानवायु , व्यानवायु ।
- आयुर्वेदानुसार वात के पांच प्रकार है - उदानवायु , प्राणवायु , समानवायु , अपानवायु , व्यानवायु ।
- ऐसी हवा उदानवायु को विकृत करती है और व्यानवायु की गति को रोक देती है , जिससे चक्कर आने लगते हैं तथा शरीर के जोड़ों को आक्रान्त करने वाली गठिया आदि रोग हो जाते हैं।