शकुंत का अर्थ
[ shekunet ]
शकुंत उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक प्रकार की चिड़िया जिसका गला और पंख नीले होते हैं:"दशहरे के दिन नीलकंठ देखना शुभ माना जाता है"
पर्याय: नीलकंठ, चाष, चाषपक्षी, स्वर्णशिख, शकुन्त, पुण्यदर्शन, कालकंठ, कालकण्ठ, तोकक - एक प्रकार की छोटी चिड़िया या पक्षी:"डाल पर शकुंत बैठा है"
पर्याय: शकुन्त, शकुंतक, शकुन्तक - एक प्रकार का कीड़ा:"बच्चा शकुंत को पकड़ने की कोशिश कर रहा है"
पर्याय: शकुन्त - विश्वामित्र का पुत्र:"शकुंत का वर्णन पुराणों में मिलता है"
पर्याय: शकुन्त - महाभारत में वर्णित एक पक्षी जिसने वन में छोड़ी गई मेनका और विश्वामित्र की पुत्री की रक्षा की थी:"शकुंत के नाम पर ही मेनका और विश्वामित्र की पुत्री का नाम शकुन्तला पड़ा"
पर्याय: शकुन्त
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- दूसरे सप्तक में शकुंत माथुर थीं जो गिरिजा कुमार माथुर की पत्नी थीं , लेकिन बाद में उन्होंने अपने लेखन पर ध्यान नहीं दिया।
- आंतेला- ! - दिल्ली राजमार्ग पर खेलना मोड़ के पास होटल शकुंत रिजोर्ट में शनिवार रात एक पार्टी के बाद सोएं लोगों में से एक व्यक्ति की सुबह मौत हो गई।
- सीडीपीओ सीमा सोनगरा , महिला पर्यवेक्षक जया चौधरी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ग्यारसी देवी, संजीता, तारा, सुमित्रा, परमेश्वरी व एएनएम शकुंत टंडन ने मतदान के महत्व के बारे में जानकारी दी व अधिकाधिक मतदान का आह्वान किया।
- इस अवसर पर हमसा के प्रधान बाबूलाल , चेयरमैन धर्मबीर, रणसिंह, हमसा प्रधान शकुंत कुमार, दिलीप सिंह, धर्मपाल, सुंदरलाल, राजेंद्र सिंह, लीलाराम , दिलबाग , सुनील, अनिल कुमार, गुलजारी लाल, राजपाल सहित सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित रहे।
- ठीक चंद्रश्ेवर की कविता ‘मेरा घर ' की तरह ही जम्मू की वरिष्ठ कवयित्री शकुंत दीपमाला ‘लड़की का आयतन' में लिखती हैं- “एक घर था उसके आगे/ और एक घर/ उसके पीछे था/ परंतु दोनों में से/ कौन सा घर/ उसका अपना था”।
- ठीक चंद्रश्ेवर की कविता ‘ मेरा घर ' की तरह ही जम्मू की वरिष्ठ कवयित्री शकुंत दीपमाला ‘ लड़की का आयतन ' में लिखती हैं- “ एक घर था उसके आगे / और एक घर / उसके पीछे था / परंतु दोनों में से / कौन सा घर / उसका अपना था ” ।
- बेशक इस लिहाज से तो यह संकलन अविस्मरणीय है ही कि इसमें मनोज शर्मा , शेख मोहम्मद कल्याण , अशोक कुमार , राज जम्वाल , कमलजीत चैधरी , अमिता मेहता , शकुंत दीपमाला , महाराज कृष्ण संतोषी , पवन खजुरिया , संजीव भसीन , कृष्ण कुमार शर्मा , कपिल अनिरुद्ध , सुधीर महाजन यानी तेरह कवियों की कविताएं हैं।
- बेशक इस लिहाज से तो यह संकलन अविस्मरणीय है ही कि इसमें मनोज शर्मा , शेख मोहम्मद कल्याण , अशोक कुमार , राज जम्वाल , कमलजीत चैधरी , अमिता मेहता , शकुंत दीपमाला , महाराज कृष्ण संतोषी , पवन खजुरिया , संजीव भसीन , कृष्ण कुमार शर्मा , कपिल अनिरुद्ध , सुधीर महाजन यानी तेरह कवियों की कविताएं हैं।