सांख्यदर्शन का अर्थ
[ saanekheydershen ]
सांख्यदर्शन उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- महर्षि कपिल कृत एक प्रसिद्ध दर्शन :"सांख्य में प्रकृति तथा चेतन पुरुष ही जगत का मूल माना गया है"
पर्याय: सांख्य, सांख्यशास्त्र, सांख्य शास्त्र, सांख्य दर्शन, सांख्य-शास्त्र, सांख्य-दर्शन
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- सांख्यदर्शन के भाष्य : वाचस्पति मिश्र कृत सांख्यतत्त्वकौमुदी
- 19 ) में सांख्यदर्शन का उल्लेख है।
- पतंजलि को कपिलोक्त सांख्यदर्शन ही अभिमत है।
- उदाहरणार्थ , सांख्यदर्शन सिध्दान्तों तथा तत्त्वों की विवेचना करता है।
- उदाहरणार्थ , सांख्यदर्शन सिध्दान्तों तथा तत्त्वों की विवेचना करता है।
- पतंजलि को कपिलोक्त सांख्यदर्शन ही अभिमत है।
- निष्काम-कर्मयोग सांख्यदर्शन , अद्वैत और भक्ति के सूत्र देती है।
- ऐसा सांख्यदर्शन का स्पष्ट मत है।
- सांख्यदर्शन ने जीव या पुरुष को तो सबसे निराला कहा है।
- सांख्यदर्शन की एक कारिका है ' मूलप्रकृतिरविकृतिर्महदाद्या : प्रकृति-विकृतय : सप्त।