सीमंत का अर्थ
[ siment ]
सीमंत उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- हिन्दुओं के दस संस्कारों में से तीसरा जो गर्भाधान के चौथे, छठे या आठवें महीने में होता है:"सीमंतोन्नयन संस्कार के द्वारा बालक के उज्ज्वल भविष्य के साथ-साथ उसके दीर्घायु होने की कामना की जाती है"
पर्याय: सीमंतोन्नयन संस्कार, सीमंत कर्म, सीमंत संस्कार, सीमंतोन्नयन, अठवाँसा
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- चिकुर चंद्रिकन बीच अधार बिधु मानौ ग्रसित फनी॥ सौभग रस सिर स्रवत पनारी पिय सीमंत ठनी।
- इस दौरान निकुंजवासिनी देवी , नीरज सहगल , राजेंद्र सिंह , सीमंत शर्मा आदि मौजूद रहे।
- इस दौरान निकुंजवासिनी देवी , नीरज सहगल , राजेंद्र सिंह , सीमंत शर्मा आदि मौजूद रहे।
- इस स्थान पर पौर-युवतियों क बारबार आते रहने से उनके सीमंत के सिन्दूर और कोपलों के अबीर झरते रहते थे और सारा फर्श लाल कीचड़ से भर जाता था , फर्श सिन्दूरमय हो उठता थाः
- इस स्थान पर पौर-युवतियों क बारबार आते रहने से उनके सीमंत के सिन्दूर और कोपलों के अबीर झरते रहते थे और सारा फर्श लाल कीचड़ से भर जाता था , फर्श सिन्दूरमय हो उठता थाः धरायंत
- प्रश्न : स्त्रियां मांग में सिन्दूर क्यों लगाती हैं ? उत्तर : भारत में कुंकुम के अतिरिक्त सीमंत ( मांग ) में सिंदूर लगाना सुहागिन स्त्रियों का प्रतीक माना जाता है और यह मंगलसूचक भी है।
- जिन के दिमाग को लंकवा मार जाये उन से ओर क्या उमीद की जा सकती है , इन की सोच सिर्फ़ अपने घर तक ही सीमंत रहती है , इन्हे अपनी बेटी तो बेटी दिखती है दुसरो की बेटी भोग की वस्तु ....
- स्थानीय निवासी मदन मोहन शर्मा , अजय गुप्ता , सोनू अग्रवाल , मधुवंत शर्मा , सीमंत शर्मा , राकेश शर्मा , चंद्रस्वरूप सैनी , प्रेमस्वरूप सोनी , उमश्ेश चंद्र , मदन लाल , अरूण शर्मा , वंशीलाल घोष , गोविंद प्रसाद , गोपेश शर्मा अािद ने बताया कि पत्थरपुरा से चीरघाट तक बड़ा नाला निर्माण कराया गया है , जो पूर्ण रूप से अव्यवस्थित हैं।
- स्थानीय निवासी मदन मोहन शर्मा , अजय गुप्ता , सोनू अग्रवाल , मधुवंत शर्मा , सीमंत शर्मा , राकेश शर्मा , चंद्रस्वरूप सैनी , प्रेमस्वरूप सोनी , उमश्ेश चंद्र , मदन लाल , अरूण शर्मा , वंशीलाल घोष , गोविंद प्रसाद , गोपेश शर्मा अािद ने बताया कि पत्थरपुरा से चीरघाट तक बड़ा नाला निर्माण कराया गया है , जो पूर्ण रूप से अव्यवस्थित हैं।
- इस अवसर पर माधुर्य कादम्बनी , इनजुवेटोवा , वुलुनोवा यूलिया , ओलमा , प्लेटोनोवा , अलेम्बजेण्डर , का ' िर्णकोवा , कोविजीव पाॅवेल , जगतपति , सौफिया , य ” ाौदा , दमित्री , राधिका , मंजावली , नीरज “ ाहगल , वृन्दादेवी , राजेन्द्रसिंह , सीमंत “ ार्मा , सुनील लवानिया एवं स्थानिय लोागें के अलावा अनेकों विदे ” ाी नागरिक उपस्थित रहे आदि कार्यक्रम का संचालन लज्जावती एवं आनंदिनी ने किया।