सीमंतोन्नयन का अर्थ
[ simentonenyen ]
सीमंतोन्नयन उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- हिन्दुओं के दस संस्कारों में से तीसरा जो गर्भाधान के चौथे, छठे या आठवें महीने में होता है:"सीमंतोन्नयन संस्कार के द्वारा बालक के उज्ज्वल भविष्य के साथ-साथ उसके दीर्घायु होने की कामना की जाती है"
पर्याय: सीमंतोन्नयन संस्कार, सीमंत कर्म, सीमंत संस्कार, सीमंत, अठवाँसा
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- पुंसवन , 3. सीमंतोन्नयन, 4. जातकर्म, 5. नामकरण, 6.
- गर्भावस्था में गर्भाधान , पुंसवन और सीमंतोन्नयन तीन संस्कार होते हैं।
- गर्भावस्था में गर्भाधान , पुंसवन और सीमंतोन्नयन तीन संस्कार होते हैं।
- भारतीय मनीषियों ने शिशु के गर्भाधान से नामकरण के बीच पुंसवन , सीमंतोन्नयन और जातकर्म नामक संस्कारों का प्रावधान किया है।
- भारतीय मनीषियों ने शिशु के गर्भाधान से नामकरण के बीच पुंसवन , सीमंतोन्नयन और जातकर्म नामक संस्कारों का प्रावधान किया है।
- दशकर्म हैं- गर्भाधान , पुंसवन , सीमंतोन्नयन , जातकरण , निष्क्रामण , नामकरण , अन्नप्राशन , चूडाकरण , उपनयन और विवाह।
- दशकर्म हैं- गर्भाधान , पुंसवन , सीमंतोन्नयन , जातकरण , निष्क्रामण , नामकरण , अन्नप्राशन , चूडाकरण , उपनयन और विवाह।
- इसके बाद गर्भाधान , पुंसवन, सीमंतोन्नयन, जात- कर्म, नामकरण, निष्क्रमण, अन्न- प्राशन, चूड़ा- कर्म, उपनयन और समावर्तन संस्कारों का वर्णन किया गया है।
- इसके बाद गर्भाधान , पुंसवन, सीमंतोन्नयन, जात- कर्म, नामकरण, निष्क्रमण, अन्न- प्राशन, चूड़ा- कर्म, उपनयन और समावर्तन संस्कारों का वर्णन किया गया है।
- मनु ने गर्भाधान , पुंसवन, सीमंतोन्नयन, जातकर्म, नामकरण, निष्क्रमण, अन्नप्राशन, चूड़ाकर्म, उपनयन, केशांत, समावर्तन, विवाह और श्मशान, इन तेरह संस्कारों का उल्लेख किया है।