सुपार्श्व का अर्थ
[ supaareshev ]
सुपार्श्व उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- बरगद की तरह का एक बड़ा पेड़ जो सारे भारत में पाया जाता है:"बंदर पाकड़ पर बैठकर उसके गोदे खा रहा है"
पर्याय: पाकड़, पाकर, जटि, जटी, यूपक, नीलरूपक, पर्कटि, पर्कटी, ह्रस्वपर्ण, वानीर, प्लक्ष, ताम्रपाकी, वरोह-साखी, यवफल - संपाति का पुत्र जिसका वर्णन पुराणों में मिलता है:"सुपार्श्व जटायु का भतीजा था"
- सुमाली के दस पुत्रों में से एक:"सुपार्श्व का वर्णन रामायण में मिलता है"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- खोह मेला : श्री सुपार्श्व नाथ स्वामी का वार्षिकोत्...
- संभव अभिनन्दन , सुमति पद्म सुपार्श्व की जय-2
- सुपार्श्व तथा चन्द्रप्रभा का जन्म भी काशी में हुआ था।
- सुमाली के प्रहस्त्र , अकम्पन, विकट, कालिकामुख, धूम्राक्ष, दण्ड, सुपार्श्व, संह्नादि, प्रधस एवं भारकर्ण नाम के दस पुत्र हुये।
- एक शाम सुपार्श्व बिना मांस लिये अपने पिता के पास पहुंचा तो भूखे संपाती को बहुत गुस्सा आया।
- सुमाली के प्रहस्त्र , अकम्पन, विकट, कालिकामुख, धूम्राक्ष, दण्ड, सुपार्श्व, संह्नादि, प्रधस एवं भारकर्ण नाम के दस पुत्र हुये।
- इस उद्यान के स्वामी कुबेर ने यहाँ एक जैन स्तूप बनवाया था जिसमें सुपार्श्व की मूर्ति प्रतिष्ठित थी ।
- पंख जल जाने के कारण संपाती उड़ने में असमर्थ था , अत : सुपार्श्व उसके लिए भोजन जुटाया करता था।
- पंख जल जाने के कारण संपाती उड़ने में असमर्थ था , अत : सुपार्श्व उसके लिए भोजन जुटाया करता था।
- उसने मांस न लाने का कारण पूछा तो सुपार्श्व ने बतलाया- ' कोई काला राक्षस सुंदरी नारी को लिये चला जा रहा था।