सूकरी का अर्थ
[ sukeri ]
सूकरी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक प्रकार का मीठा कंद:"रतालू खाया जाता है"
पर्याय: रतालू, पिंडालू, पिण्डालू, पिंडालु, पिण्डालु, पिंडालुक, पिण्डालुक, मधुमूल, रक्तकंद, रक्तकन्द, रक्तपिंडक, रक्तपिण्डक, रक्तपिंडालु, रक्तपिण्डालु, शौकरी, विष्णु-कांता, विष्णु-कान्ता, रक्तसार, सूथनी, सुथनी - मादा सूअर :"सूअरी के साथ उसके बारह बच्चे भी थे"
पर्याय: सूअरी, शूकरी, सुअरी, वराही, वाराही, सूअरिया, शुकरिया, सुअरिया, वराहकांता, वराहकान्ता, वाराहकांता, वाराहकान्ता - रतालू का पौधा :"इस खेत में का रतालू पीला पड़ रहा है"
पर्याय: रतालू, पिंडालू, पिण्डालू, पिंडालु, पिण्डालु, पिंडालुक, पिण्डालुक, मधुमूल, रक्तकंद, रक्तकन्द, रक्तपिंडक, रक्तपिण्डक, रक्तपिंडालु, रक्तपिण्डालु, शौकरी, विष्णु-कांता, विष्णु-कान्ता, रक्तसार, सूथनी, सुथनी
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- सो तो हवैगी सूकरी तिन्है राम सो कौथि ! !
- इसी कारण से इसको सूकरी मुद्रा भी कहा जाता है।
- ओले नवलगांव , सूकरी , गुंदरई , चारगांव आदि क्षेत्रों में गिरे हैं।
- ओले नवलगांव , सूकरी , गुंदरई , चारगांव आदि क्षेत्रों में गिरे हैं।
- सूकरी मुद्रा के अंदर किए गए मंत्र और संकल्प पूरी तरह सफल होते हैं।
- जो इश्वर के नाम को छोड़कर करवा चौथ का व्रत रखती है , वह मरकर सूकरी बनेगी
- शान्तिकर्मों में मृगी मुद्रा , पौष्टिक कर्मों में हंसी और अभिचार कर्मों में सूकरी मुद्रा प्रयुक्त होती है ।
- शान्तिकर्मों में मृगी मुद्रा , पौष्टिक कर्मों में हंसी और अभिचार कर्मों में सूकरी मुद्रा प्रयुक्त होती है ।
- इस यंत्र के फल से देवी धूमावती सूकरी के रूप में प्रत्यक्ष प्रकट होकर साधक के सभी रोग , अरिष्ट और शत्रुओं को नाश कर देती है।
- धूमावती महा विद्या के लिए यह भी जरूरी है कि व्यक्ति सात्विक और नियम संयम और सत्यनिष्ठा को पालन करने वाला लोभ लालच से रहित हो इस महाविद्या के फल से देवी धूमावती सूकरी के रूप में प्रत्यक्ष प्रकट होकर साधक के सभी रोग अरिष्ट और शत्रुओं का नाश कर देती है।