स्वर्लोक का अर्थ
[ sevrelok ]
स्वर्लोक उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- हिंदुओं के अनुसार सात लोकों में से वह जिसमें पुण्य और सत्कर्म करने वालों की आत्माएँ जाकर निवास करती हैं:"मनुष्य के अच्छे कर्म उसे स्वर्ग ले जाते हैं"
पर्याय: स्वर्ग, स्वर्ग लोक, अमर धाम, देवलोक, सुर लोक, जन्नत, बहिश्त, बिहिश्त, दिव, दिव्, सुरदेश, सुरधाम, सुरनगर, वीरमार्ग, अमरलोक, अमर-लोक, अमरधाम, अमर-धाम, अमरपद, अमरपुर, अमरावती, अमरालय, धरुण, विवुधपुर, सोमधारा, त्रिदशालय, त्रिदिव, शुद्धावास, अमृतलोक, द्युलोक, द्यु-लोक, सुलोक, पुण्यलोक, ऋभुक्ष, त्रिनाक, अर्श, द्यु, शतधृति, आसमान, आसमाँ, आस्माँ, आस्मान, धाम, इड़ा, रपुर
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- भूर्लोक । भुवर्लोक । स्वर्लोक । महर्लोक । जनलोक ।
- उक्त त्रैलोक्य के भी तीन भेद हैं- भूलोक , भुवर्लोक, स्वर्लोक (स्वर्ग)।
- ये हैं भूर्लोक , भुवर्लोक, स्वर्लोक, महर्लोक, जनलोक , तपोलोक और ब्रह्मलोक।
- ये हैं भूर्लोक , भुवर्लोक , स्वर्लोक , महर्लोक , जनलोक , तपोलोक और ब्रह्मलोक।
- ये हैं भूर्लोक , भुवर्लोक , स्वर्लोक , महर्लोक , जनलोक , तपोलोक और ब्रह्मलोक।
- सूर्य और ध्रुव के बीच जो चौदह लाख योजन का अन्तर है , उसे स्वर्लोक कहते हैं।
- सूर्य और ध्रुव के बीच जो चौदह लाख योजन का अन्तर है , उसे स्वर्लोक कहते हैं।
- सूर्य और ध्रुव के बीच जो चौदह लाख योजन का अन्तर है , उसे स्वर्लोक कहते हैं।
- सात लोक : भूलोक , भुवर्लोक , स्वर्लोक , महर्लोक , जनलोक , तपलोक , सत्यलोक
- सात लोक : भूलोक , भुवर्लोक , स्वर्लोक , महर्लोक , जनलोक , तपलोक , सत्यलोक