अभिनवगुप्त का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अभिनवगुप्त ने “ तत्वज्ञान ” को स्थायी माना है।
- अभिनवगुप्त के अनुसार दीक्षा का व्युत्पत्तिलभ्य अर्थ है :
- अभिनवगुप्त का व्यक्तित्व बड़ा ही रहस्यमय है।
- अभिनवगुप्त का तन्त्रालोक इसका महान ग्रन्थ है।
- दूसरी ओर , अभिनवगुप्त शांत रस को सर्वोपरि मानते हैं।
- दूसरी ओर , अभिनवगुप्त शांत रस को सर्वोपरि मानते हैं।
- उत्पल के शिष्य अभिनवगुप्त और लक्ष्मणगुप्त के गुप्त ( 950-1000 ई.)
- अंतिम दोनें ग्रंथ अभिनवगुप्त के प्रौढ़ पांडित्य के निकषग्रावा हैं।
- क्योंकि तंत्रलोक रचियता अभिनवगुप्त का काल पांचवी शती माना गया।
- अंतिम दोनें ग्रंथ अभिनवगुप्त के प्रौढ़ पांडित्य के निकषग्रावा हैं।