अमृतयोग का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस प्रकार अच्छे या बुरे समय को स्वीकार करना हमारी बाध्यता है , किन्तु किसी समय अमृतयोग , सिद्धियोग या महेन्द्रयोग चल रहा हो और उसी समय किसी विषय की परीक्षा चल रही हो , तो क्या लाखों की संख्या में परीक्षा दे रहे सभी विद्यार्थी पास कर ही जाएंगे ? कदापि नहीं , सभी विद्यार्थियों को उनकी योग्यता के अनुरुप ही फल की प्राप्ति होगी।