अहर्गण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कलियुग के आरंभ से गणना की जाती है , तो तब से आज तक के दिनों की संख्या , जिसे ज्योतिष में ' अहर्गण ' कहते हैं , बहुत ही बड़ी बात हो जाती है।
- २ . तंत्र गणित जिस तंत्र द्वारा वर्तमान युगादि वर्षों को जानकर अभीष्ट दिन तक अहर्गण या दिन समूहों के ज्ञान के मध्यमादि ग्रह गत्यादि चमत्कार देखा जाता है , उसे तंत्र गणित कहा जाता है।
- जिस गणित के द्वारा कल्प से लेकर आधुनैक काल तक के किसी भी इष्ट दिन के खगोलीय स्थितिवश गत वर्ष मास दिन आदि सौर सावन चान्द्रभान को ज्ञात कर सौर सावन अहर्गण बनाकर मध्यमादि ग्रह स्पष्टान्त कर्म किये जाते है , उसे सिद्धान्त गणित कहा जाता है।
- जिस गणित के द्वारा कल्प से लेकर आधुनैक काल तक के किसी भी इष्ट दिन के खगोलीय स्थितिवश गत वर्ष मास दिन आदि सौर सावन चान्द्रभान को ज्ञात कर सौर सावन अहर्गण बनाकर मध्यमादि ग्रह स्पष्टान्त कर्म किये जाते है , उसे सिद्धान्त गणित कहा जाता है।
- सिद्धान्त गणित जिस गणित के द्वारा कल्प से लेकर आधुनैक काल तक के किसी भी इष्ट दिन के खगोलीय स्थितिवश गत वर्ष मास दिन आदि सौर सावन चान्द्रभान को ज्ञात कर सौर सावन अहर्गण बनाकर मध्यमादि ग्रह स्पष्टान्त कर्म किये जाते है , उसे सिद्धान्त गणित कहा जाता है।