आहवनीय का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- 3 . त्रिमुखी रुद्राक्ष- यह साक्षात तीन अग्नियो ( गार्हपत्य , आहवनीय और दक्षिणाग्नि ) का स्वरुप होता है।
- 3 . त्रिमुखी रुद्राक्ष- यह साक्षात तीन अग्नियो ( गार्हपत्य , आहवनीय और दक्षिणाग्नि ) का स्वरुप होता है।
- यज्ञ स्थल के रक्षक , दूरदर्शी, चिरयुवा, आहुतियो को देवो तक पहुंचाने वाले, ज्वालायुक्त आहवनीय यज्ञाग्नि को अरणि मन्थन द्वारा उत्पन्न
- आहवनीय ( ग्राम ) से उत्क्रांति होकर ‘ दक्षिणाग्नि ' दशा आई . यह गाँव की अपेक्षा अधिक बड़ा संगठन था .
- वरुण रखें प्रज्वलित निरंतर आहवनीय अनल को , रहे दृष्टि हम पर अभीष्ट-वर्षी अमोघ मघवा की सभासदॉ! कल रात स्वप्न मैने विचित्र देखा है.
- वे उन्मत्त के समान दिगम्बर वेशधारी , बिखरे हुए केशों सहित आहवनीय अग्नि को अपने में धारण करके ब्रह्मावर्त देश से प्रब्रजीत हुए।
- चातुर्मास्य याग में अध्वर्यु और प्रतिप्रस्थाता गार्हपत्य अग्नि में से इन पात्रों में अग्नि निकालकर उत्तरवेदी और आहवनीय में अग्नि का प्रस्थापन करते हैं ।
- पंचाग्नि ( सं . ) [ सं-पु . ] 1 . अन्वाहार्यपचन , गार्हपत्य , आहवनीय , सभ्य और आवसथ्य नामक अग्नि के पाँच प्रकार 2 .
- पंचाग्नि ( सं . ) [ सं-पु . ] 1 . अन्वाहार्यपचन , गार्हपत्य , आहवनीय , सभ्य और आवसथ्य नामक अग्नि के पाँच प्रकार 2 .
- ' इसके बाद आहवनीय अग्नि ने प्राण , आकाश , द्युलोक और विद्युत में अपनी उपस्थिति बतायी और कहा- ' हे सौम्य ! हमने तुझे आत्म-विद्या का ज्ञान कराया।