ज्ञानगम्य का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- विश्व सृष्टि के रुप में व्यापक राम को ‘ विष्णु ' , जीव के दस दरवाजों को खोल देनेवाले राम को ‘ करीम ' , ज्ञानगम्य राम को ‘ गोरख ' , अलख निरंजन राम को ‘ अल्लाह ' तीनों भुवन के एकमात्र योगी राम को ‘ नाथ ' कहते हुए उन्होंने यह प्रतिपादन करना चाहा कि ‘ राम ' सनातन तत्व है और वही सर्वरूपों में विद्यमान है ।