प्रहाण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अथवा लोभ , द्वेष मोह आदि का प्रहाण करने वाले पुरुष के जो अलोभ , अद्वेष , अमोह हैं , वे ' चैतसिक शील ' हैं अर्थात जिस पुरुष की सन्तान में लोभ , मोह न होंगे वह काय दुच्चरित आदि दुष्कर्मों सें विरत रहेगा।
- उनके लिए प्रथम धर्मचक्र का प्रवर्तन करते हुए भगवान ने चार आर्यसत्व और उनके अनित्यता आदि सोलह आकारों की देशना की और इनकी भावना करने से पुद्गलनैरात्म्य का साक्षात्कार करके क्लेशावरण का समूल प्रहाण करते हुए अर्हत्त्व की और निर्वाण की प्राप्ति का मार्ग उपदिष्ट किया।
- उन लोगों के लिए भगवान ने बोधिचित्त का उत्पाद कर छह या दस पारमिताओं की साधना का उपदेश दिया तथा पुद्गलनैरात्म्य के साथ धर्मनैरात्म्य का भी विभिन्न युक्तियों से प्रतिवेध कर क्लेशावरण और ज्ञेयावरण दोनों के प्रहाण द्वारा सम्यक सम्बुद्धत्व की प्राप्ति के मार्ग का उपदेश किया।
- कोई महापुरुष , जिसने अपने दु : खों का प्रहाण कर लिया हो , अपने अनुभव के आधार पर दु : खमुक्ति का मार्ग अवश्य बता सकता है , किन्तु उसकी बातों की परीक्षा कर , सही प्रतीत होने पर उस मार्ग पर प्राणी को स्वयं चलना होगा।
- मनुष्य जिन दु : खों से पीड़ित है, उनमें बहुत बड़ा हिस्सा ऐसे दु:खों का है, जिन्हें मनुष्य ने अपने अज्ञान, ग़लत ज्ञान या मिथ्या दृष्टियों से पैदा कर लिया हैं उन दु:खों का प्रहाण अपने सही ज्ञान द्वारा ही सम्भव है, किसी के आशीर्वाद या वरदान से उन्हें दूर नहीं किया जा सकता।
- भगवान् बुद्ध की शिक्षा-मनुष्य जिन दु : खों से पीड़ित है , उनमें बहुत बड़ा हिस्सा ऐसे दु : खों का है , जिन्हें मनुष्य ने अपने अज्ञान , ग़लत ज्ञान या मिथ्या दृष्टियों से पैदा कर लिया हैं उन दु : खों का प्रहाण अपने सही ज्ञान द्वारा ही सम्भव है , किसी के आशीर्वाद या वरदान , देवपूजा , यग , ब्रह्मणि कर्मकांडों , ज्योतिष आदि से उन्हें दूर नहीं किया जा सकता।