लम्बकर्ण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भगवान् गणेश अपने विस्मयकारी रूप के लिए प्रस्सिध है | हिन्दू धर्म में विश्वास है की किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान् गणेश की पूजा-अर्चना करने से कार्य सफल होता है तथा शुभ फल की प्राप्ति होती है , अतः किसी भी शुभ कार्य जैसे गृहप्रवेश , विवाह आदि से पहले गणेश जी की पूजा की परंपरा है | गणेशजी , गणपति , विग्नेश्वर , विनायक , गजानन , गजधिपति , लम्बकर्ण , लम्बोदर एकदंत , गजावदन , शूर्प-कर्ण तथा चतुर्भुज आदि नामो से प्रचलित है , तथा वे मूषक ( चूहा ) की सवारी करते है |
- भगवान् गणेश अपने विस्मयकारी रूप के लिए प्रस्सिध है | हिन्दू धर्म में विश्वास है की किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान् गणेश की पूजा-अर्चना करने से कार्य सफल होता है तथा शुभ फल की प्राप्ति होती है , अतः किसी भी शुभ कार्य जैसे गृहप्रवेश , विवाह आदि से पहले गणेश जी की पूजा की परंपरा है | गणेशजी , गणपति , विग्नेश्वर , विनायक , गजानन , गजधिपति , लम्बकर्ण , लम्बोदर एकदंत , गजावदन , शूर्प-कर्ण तथा चतुर्भुज आदि नामो से प्रचलित है , तथा वे मूषक ( चूहा ) की सवारी करते है |