शालाक्य का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसके आठ अंग माने गए : काय , शल्य , शालाक्य , बाल , ग्रह , विष , रसायन एवं बाजीकरण।
- इसके आठ अंग माने गए : काय , शल्य , शालाक्य , बाल , ग्रह , विष , रसायन एवं बाजीकरण।
- आयुर्वेद विज्ञान के आठ अंग हैं- शल्य , शालाक्य , कायचिकित्सा , भूतविधा , कौमारमृत्य , अगदतन्त्रा , रसायन और वाजीकरण।
- आयुर्वेद विज्ञान के आठ अंग हैं- शल्य , शालाक्य , कायचिकित्सा , भूतविधा , कौमारमृत्य , अगदतन्त्रा , रसायन और वाजीकरण।
- राज्यगुरुसम्प्रति आप जूनागढ़ ( गुजरात) के राजकीय आयुर्वेद कालेज के शल्य शालाक्य विभागमें इन्चार्ज प्रोफेसर तथा विभागाध्यक्ष के रुप में कार्य कर रहे हैं.
- आयुर्वेद के उप विभागों के नाम तंत्र शब्द से पूरे होते हैं ] जैसे - शल्य तंत्र ] शालाक्य तंत्र ] प्रसूति तंत्र ] अगद तंत्र।
- उत्तरतंत्र : इस तंत्र में ६ ४ अध्याय हैं जिनमें आयुर्वेद के शेष चार अंगों ( शालाक्य , कौमार्यभृत्य , कायचिकित्सा तथा भूतविद्या ) का विस्तृत विवेचन है।
- यों तो शल्य , शालाक्य , काय चिकित्सा , भूत विद्या , कौमार भृत्य , अंगद , रसायन और वाजीकरण आयुर्वेद इन आठ तंत्रों में विभक्त है ।
- यों तो शल्य , शालाक्य , काय चिकित्सा , भूत विद्या , कौमार भृत्य , अंगद , रसायन और वाजीकरण आयुर्वेद इन आठ तंत्रों में विभक्त है ।
- अखंडा-~ नन्द आयुर्वेद कालेज के शल्य शालाक्य विभाग में प्राध्यापक केरूप में कार्यरत प्रसिद्ध चिकित्सक श्री हारिद्र दवे जी की सुयोग्य धर्मपत्नीवैद्या जी कुशल चिकित्सिका , व्यवहार कुशल तथा विनम्र वैद्या हैं.