अंशुबोधिनी वाक्य
उच्चारण: [ aneshubodhini ]
उदाहरण वाक्य
- प्राच्य संस्थान, बड़ोदरा ' (Oriental Institute, Varodara), बड़ोदा के पुस्तकालय में बोधानन्द की व्याख्या से युक्त महर्षि भरद्वाज द्वारा प्रणीत ‘ अंशुबोधिनी ' 1 की प्राप्त पांडुलिपि (manuscript) के ‘ विषय वस्तु ' (Text) में ‘ घ्वान्त-प्रमापकर्यंत्र के नाम से संबोधित ‘ वर्णक्रम मापक ' (Spectrometer / monochromator) का वर्णन है।
- इन विमानों से सम्बन्ध रखने वाली एक पुस्तक हैं ” अंशुबोधिनी ” यह भारद्वाज ऋषि कि बने हुई हैं, इस पुस्तक में अनेक विधाओं का वर्णन हैं, प्रत्येक विधा के लिए एक अधिकरण रखा गया हैं, इस अधिकरण में एक विमान अधिकरण भी हैं इस अधिकरण में आये हुए भारद्वाज ऋषि के “ श्क्त्युद्ग्मोद्यष्टो ” सूत्र पर बोधयान ऋषि कि वृत्ति इस प्रकार हैं,