गाथासप्तशती वाक्य
उच्चारण: [ gaaathaaseptesheti ]
उदाहरण वाक्य
- दंडी ने महाराष्ट्री को जो सेतुबंधादि काव्यों की भाषा कहा है, उससे उनका तात्पर्य संभवत: सेतुबंध के अतिरिक्त गाथासप्तशती से है जिसका उल्लेख बाण ने हर्षचरित में इस प्रकार किया है:
- ' आर्यासप्तशती ' और ' गाथासप्तशती ' के बहुत से पद्यों के साथ बिहारी के दोहों का पूरा पूरा मेल दिखाकर शर्माजी ने बड़ी विद्वता के साथ एक चली आती हुई साहित्यिक परंपरा के बीच बिहारी को रखकर दिखाया।
- तू मोहन कैं उर बसी, ह्वै उरबसी समान बिहारी के बहुत से दोहे ' आर्यासप्तशती ' और ' गाथासप्तशती ' की छाया लेकर बने हैं, इस बात को पं. पद्मसिंह शर्मा ने विस्तार से दिखाया है।