मालकोश वाक्य
उच्चारण: [ maalekosh ]
उदाहरण वाक्य
- राग मालकोश, मधु-माधवी, आदि का विभिन्न भाव-भंगिमाओं एवं काल्पनिक परिसिथतियों के आधार पर अत्यंत भावनात्मक और कोमल चित्रांकन किया गया है।
- महाकवि निराला ने अपनी बेटी सरोज के कैशोर्य की तुलना मालकोश से की है-‘ कांपा कोमलता पर सस्वर, ज्यों मालकोश नववीणा पर।
- महाकवि निराला ने अपनी बेटी सरोज के कैशोर्य की तुलना मालकोश से की है-‘ कांपा कोमलता पर सस्वर, ज्यों मालकोश नववीणा पर।
- भूपाली राग में म वर्जित है तो मालकोश में प, किन्तु कोई राग ऐसा नहीं है जिसमें म और प दोनों एक साथ वर्ज्य होते हों।
- नोट करने वाली बात यह है कि रफी जहां रवानगी से ऐसे गीत गा सकते थे, वहीं राग मालकोश में सौ बार जनम लेंगे / सौ बार फना होंगे...
- निषाद न्यास के स्वर-सा, _ग,म गायन समय-रात्रि का तीसरा प्रहर समप्रकृति राग-चंद्रकोश मालकोश के स्वरों में मात्र नि स्वर शुद्ध कर देने से यह राग चंद्रकोश बन जाता है ।
- स्वर-गंधार, धैवत और निषाद न्यास के स्वर-सा,_ग,म गायन समय-रात्रि का तीसरा प्रहर समप्रकृति राग-चंद्रकोश मालकोश के स्वरों में मात्र नि स्वर शुद्ध कर देने से यह राग चंद्रकोश बन जाता है ।
- सोहनी में पं कैवल्य कुमार गौरव के स्वर में दो बंदिशें चित्र-गूगल साभार राग मालकोश रात के तीसरे पहर पूरी क़ायनात गुनगुनाती है मालकोशी धुन चाँद अपने सफ़र में थक कर जिस घड़ी आसमान के सीने पर सुस्ताता है…
- गीत-मधुबन में राधिका, राग-हमीर, इंसाफ का मंदिर है में भैरवी राग, चौदवी का चांद हो में पहाड़ी राग, खेलत नंदलाल-काफी, दिल एक मंदिर है में जोगिया, जिन्दगी भर गम जुदाई में मालकोश राग खूब गाया जाता है।
- राग विहाग, मालकोश और राग दरबारी पूरे आलाप के साथ स्पेनिश गिटार पर जब आशिष बजाता था तो दादाजी को समझ में तो नहीं आता था परंतु भाव-विभोर वे भी हो जाते थे और आशिष इस बात को समझ गया था कि अभ्यास खत्म होने के बाद ही दादाजी उसे डांटेेगे, बीच में नहीं।