लछिराम वाक्य
उच्चारण: [ lechhiraam ]
उदाहरण वाक्य
- साहित्यिक दृष्टि से इस मध्यकाल में कुछ संस्कृत नाटकों के पद्यबद्ध हिन्दी छायानुवाद भी हुए, जैसे नेवाज कृत ‘ अभिज्ञान शाकुन्तल ', सोमनाथ कृत ‘ मालती-माधव ', हृदयरामचरित ‘ हनुमन्नाटक ' आदि ; कुछ मौलिक पद्यबद्ध संवादात्मक रचनाएँ भी हुईं, जैसे लछिराम कृत ‘ करुणाभरण ', रघुराम नागर कृत ‘ सभासार ' (नाटक), गणेश कवि कृत ‘ प्रद्युम्नविजय ' आदि ; पर इनमें नाटकीय पद्धति का पूर्णतया निर्वाह नहीं हुआ।
- क्या द्विजदेव, लछिराम भट्ट, जगन्नाथ दास रत्नाकर, द्विजेश जी और इस तरह कहें कि स्वयं तुलसी ब्रज भाषी थे? या फिर ये सब किसी हिटलरी वृत्ति के समर्थक अथवा शिकार थे? दीपांकर जी को ड्राइंग रूम में बैठ कर लिखे गए हिन्दी जैसे किसी मानकीकृत व्याकरण से इत्तेफाक नहीं(वैसे ऐसा कोई व्याकरण हो तो मैं भी जानना चाहूँगा, कुछ किताबों के नाम के सिवा) हाँ अगर वो पाणिनि की तरह लिखा गया हो तो बात और है..
- क्या द्विजदेव, लछिराम भट्ट, जगन्नाथ दास रत्नाकर, द्विजेश जी और इस तरह कहें कि स्वयं तुलसी ब्रज भाषी थे? या फिर ये सब किसी हिटलरी वृत्ति के समर्थक अथवा शिकार थे? दीपांकर जी को ड्राइंग रूम में बैठ कर लिखे गए हिन्दी जैसे किसी मानकीकृत व्याकरण से इत्तेफाक नहीं (वैसे ऐसा कोई व्याकरण हो तो मैं भी जानना चाहूँगा, कुछ किताबों के नाम के सिवा) हाँ अगर वो पाणिनि की तरह लिखा गया हो तो बात और है..