उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण वाक्य
उच्चारण: [ uketi-veyketi-perkern ]
उदाहरण वाक्य
- उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण दामोदर पंडित द्वारा रचित हिंदी व्याकरण का पहला ग्रंथ है।
- दामोदर पंडित का उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण (12 वीं शती का पूर्वार्द्ध)
- उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण " 29 की भी एक प्रति डेक्कन कॉलेज, पुणे में उपलब्ध है ।
- प्रस्तुत ' उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण ' की रचना उक्त दोनों महाकवियों से, कम-से-कम, 400 वर्ष पूर्व की है ।
- अद्यतन जानकारी के अनुसार हिन्दी व्याकरण का सबसे पुराना ग्रंथ बनारस के दामोदर पण्डित द्वारा रचित द्विभाषिक ग्रंथ उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण सिद्ध होता है।
- अद्यतन जानकारी के अनुसार हिन्दी व्याकरण का सबसे पुराना ग्रंथ बनारस के दामोदर पण्डित द्वारा रचित द्विभाषिक ग्रंथ उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण सिद्ध होता है।
- मेरा भारत महान हिन्दी व्याकरण का इतिहास दामोदर पंडित का उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण (12 वीं शती का पूर्वार्द्ध) प्राचीनतम हिन्दी-व्याकरण सत्रहवीं शताब्दी का है, जबकि साहित्य का आदिकाल लगभग दशवीं-ग्यारहवीं शताब्दी से माना जाता है ।
- ऐसी स्थिति में हिन्दी भाषा के क्रमिक विकास एवं इतिहास के विचार से बारहवीं शती के प्रारम्भ में बनारस के दामोदर पंडित द्वारा रचित द्विभाषिक ग्रंथ ' उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण ' 6 का विशेष महत्त्व है ।
- 7 ' उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण ' का महत्त्वपूर्ण स्थान न केवल इसके प्राचीन होने से है, बल्कि इसमें किसी अन्य प्रकार से अनभिलिखित (Unrecorded) बहुत पुरानी हिन्दी के रूपों का विस्तृत एवं क्रमबद्ध प्रस्तुतीकरण से भी है ।
- Vladimir Miltner की शोध पुस्तिका “ Early Hindi Morphology and Syntax, being a key to the analysis of the morphologic and syntactic structure of उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण ” 29 की भी एक प्रति डेक्कन कॉलेज, पुणे में उपलब्ध है ।
अधिक: आगे