उक्थ वाक्य
उच्चारण: [ uketh ]
उदाहरण वाक्य
- यह महद् उक्थ (स्फुरण केन्द्र) है।
- नाभि की ही ह्वदय, उक्थ, गर्भ, केन्द्र संज्ञाएं हैं।
- शब्द ब्रह्म के अक्षर में भी उक्थ, अर्क एवं अशिति तीन भाग होते हैं।
- नौ बिन्दुओं में दो बिन्दु का स्वर (पांचवा और छठा बिन्दु) उक्थ या आत्मा होता है।
- तेरहवां ब्राह्मण यहाँ ' उक्थ, ' अर्थात ' स्तोत्र ' की प्राण-रूप में उपासना करने की बात कही गयी है ;
- बृहदारण्यकोपनिषद के इस ब्राह्मण में उक्थ जिसे स्तोत्र कहा जाता है की प्राण रूप में उपासना करने को व्यक्त किया गया है.
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