प्रमाणसमुच्चय वाक्य
उच्चारण: [ permaanesmuchechey ]
उदाहरण वाक्य
- ये सातों ग्रन्थ प्रमाणसमुच्चय की व्याख्या के रूप में ही हैं।
- प्रमाणसमुच्चय में प्रतिपादित विषयों का ही इन ग्रन्थों में विशेष विवरण है।
- प्रमाणसमुच्चय के टीकाकार जिनेन्द्र बुद्धि ने प्रमाण समुच्चय में संकेतित कतिपय कथनों को प्रशस्तमति द्वारा उक्त बताया है।
- धर्मकीर्ति द्वारा प्रणीत सभी ग्रन्थों के विषय वे ही रहे हैं, जो दिङ्नाग के प्रमाणसमुच्चय के हैं।
- प्रमाणसमुच्चय के अवलोकन से यह निश्चित होता है कि केवल प्रमाणफल के निरूपण के अवसर पर ही उन्होंने विज्ञानवादी दृष्टिकोण अपनाया है।
- आचार्य दिङ्नाग ने जब ' प्रमाणसमुच्चय ' लिखकर बौद्ध प्रमाणशास्त्र का बीज वपन किया तो अन्य बौद्धेतर दार्शनिकों में उसकी प्रतिक्रिया होना स्वाभाविक था।
- धर्मकीर्ति द्वारा प्रणीत प्रमाणवार्तिक, प्रमाणविनिश्चय, न्यायबिन्दु, हेतुबिन्दु, सम्बन्धपरीक्षा, सन्तानन्तरसिद्धि और वादन्याय सातों प्रसिद्ध ग्रन्थ प्रमाणसमुच्चय की टीका के रूप में उपनिबद्ध हैं।
- शब्द तथा अर्थ सम्बन्ध के विषय मॅ बौद्धॉ का मत अपोहवाद कहलाता है, इस मत के जनक बौद्ध न्याय के प्रतिपादक दिड्नाग माने जाते है,वे अपने प्रमाणसमुच्चय के पाँचवे परिच्छेद मे अपोहवाद की संकल्पना प्रस्तुत करते है, अपोह का अर्थ है वस्तु से भिन्न का निषेध ।
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