अस्तुति का अर्थ
[ asetuti ]
अस्तुति उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- किसी वस्तु, व्यक्ति, आदि या उनके गुणों या अच्छी बातों के संबंध में कही हुई आदरसूचक बात:"प्रशंसा से सभी खुश और प्रोत्साहित होते हैं"
पर्याय: प्रशंसा, तारीफ़, तारीफ, सराहना, बड़ाई, प्रशस्ति, दाद, वाहवाही, अभिनंदन, अभिनन्दन, शाबाशी, स्तुति, अभिवादन, अभिवंदन, अभिवन्दन, प्रस्तुति, मनीषा, शस्ति, शंस, व्युष्टि, श्लाघा, आशंसा, ईडा, पालि - किसी की वास्तविक या कल्पित बुराई या दोष बतलाने की क्रिया:"हमें किसी की भी निंदा नहीं करनी चाहिए"
पर्याय: निंदा, बुराई, निन्दा, बदगोई, अपभाषण, अपमर्श, अपवाचा, अपवाद, टीका-टिप्पणी, अभिषंग, अभिषङ्ग, शाबर, अवध्वंस, आक्षेप, वाच्यता, उपक्रोश
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- नहिं निन्दा नहिं अस्तुति जाकें , लोभ मोह अभिमाना।
- नहिं निंदा , नहिं अस्तुति जाके .... ।
- दो . -निंदा अस्तुति उभय सम ममता मम पद कंज।
- हे जग के करतार तेरी कहा अस्तुति कीजै।
- निंदा अस्तुति उभर सम ममता मम पद कुंज।
- अस्तुति निन्दा दोऊ त्यागे , खोजै पद निरवाना ।
- कै मुख कर बहु भृंगन मिस अस्तुति उच्चारत।
- देवन अस्तुति कीन्ही तब प्रभु छाडि़ दियो॥ जय . .
- कै मुखि कर बहु भृंगन मिस अस्तुति उच्चारत ।।
- बुझ दिये , सुन हवा अस्तुति गा रही है ।