इश्क़ का अर्थ
[ ishek ]
इश्क़ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वह मनोवृत्ति जो किसी को बहुत अच्छा समझकर सदा उसके साथ या पास रहने की प्रेरणा देती है:"प्रेम में स्वार्थ का कोई स्थान नहीं होता"
पर्याय: प्रेम, प्यार, मुहब्बत, इश्क, प्रीति, प्रीत, अनुराग, छोह, लगन, अनुरंजन, अनुरञ्जन, राग, उलफत, उलफ़त, उल्फत, उल्फ़त, अभिप्रणय, प्रणव, पनव, उपधान, इखलास, शफक, शफ़क़, शफकत, शफ़क़त, अवन, अविद्वेष, इसक - स्त्री और पुरुष जाति के प्राणियों के बीच का पारस्परिक स्नेह जो बहुधा रूप, गुण, सान्निध्य या कामवासना के कारण होता है :"हीर राँझा, शिरी फरहाद, ढोला मारू आदि का प्रेम अमर हो गया है"
पर्याय: प्रेम, प्रीति, प्यार, मुहब्बत, इश्क, मोह, दिल्लगी, प्रणय, आशनाई, असनायी, इसक
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- “तेरे इश्क़ में तनहाईयाँ , तनहाईयाँ तेरे इश्क़ में;
- “तेरे इश्क़ में तनहाईयाँ , तनहाईयाँ तेरे इश्क़ में;
- शाह दा इश्क़ बघेला , रत पींदा गोशत चरदा।
- AMहुस्न जब इश्क़ से मन्सूब नहीं होता है
- अल्लाह , ये इश्क़ का कौन सा इम्तहान है।
- इश्क़ ने जब कभी आँखों को रुलाया होगा
- ये तुम्हारे इश्क़ के आसार कुछ अच्छे नहीं
- १०२ . इश्क़ के अंज़ाम से घबरा गया हूँ
- १०२ . इश्क़ के अंज़ाम से घबरा गया हूँ
- चाँद के आधे टुकड़े से इश्क़ बना है . ..