उदक का अर्थ
[ udek ]
उदक उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- नदी, जलाशय, वर्षा आदि से मिलने वाला वह द्रव पदार्थ जो पीने, नहाने, खेत आदि सींचने के काम आता है:"जल ही जीवन का आधार है"
पर्याय: जल, पानी, नीर, अंबु, अम्बु, पय, वारि, आब, तोय, सलिल, पुष्कर, अंभ, अपक, उदक्, धरुण, तपोजा, रेतस्, अर्ण, वाज, ऋत, शवल, शवर, सवल, सवर, नलिन, घनरस, घनसार, दहनाराति, अस्र, अंध, अन्ध, अक्षित, शबर, वसु, कीलाल, तामर, इरा, नीवर, योनि, नार, कांड, काण्ड
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- जेहि बसंदर जग जरे , सो पुनि उदक समान।।
- सुखालागीं ॥ ४१९ ॥ हें असो स्वातीचें उदक ।
- उदक कुंड : मंदिर से करीब 100 मीटर पहले स्थित।
- पलक न फुरकै , पीठिधर उदक न नींद अहार।
- परि तेथ उदक तें अखंड असत ।
- पृथु व उदक के जोड़ से यह तीर्थ पृथूदक कहलाया।
- तरी उदक काय फुटे ॥ ६५॥
- भाव भक्ती भीमा , उदक ते वाहे
- भाव भक्ती भीमा , उदक ते वाहे
- यह विष शब्द भी उदक नामों में परिगणित है ।